गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ ओबीसी नेता कुंवरजी बावलिया ने मंगलवार को पार्टी बीजेपी ज्वाइन कर ली. पांच बार के कांग्रेस विधायक को गुजरात में विजय रूपाणी सरकार में कैबिनेट मंत्री भी नियुक्त कर दिया गया है. लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस कि मुश्किलें बढ़ाते हुए बावलिया ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर ‘पार्टी में जाति की राजनीति करने का आरोप’ लगाया है. राज्यपाल ओपी कोहली ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. यह सब कुछ बहुत कम समय में एक दम तेजी से घटा . बावलिया ने पत्रकारों से कहा कि राहुल गांधी पार्टी संगठन के भीतर जातिवादी राजनीति को प्रोत्साहित कर रहे हैं. सौराष्ट्र से ओबीसी में आने वाले कोली समुदाय के लोकप्रिय नेता बावलिया पार्टी की सदस्यता और विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद सीधे गुजरात बीजेपी के मुख्यालय पहुंचे थे. चार बार विधायक रहे बावलिया फिलहाल जसदान सीट से विधायक थे. उन्होंने पद से अपना इस्तीफा गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष राजेन्द्र त्रिवेदी को सौंपा.
उन्होंने कहा , ‘‘पार्टी में लगातार झगड़े के कारण मैं कांग्रेस में रहते हुए उस प्रकार काम नहीं कर पा रहा था , जैसा मैं करना चाहता था. यह (बीजेपी) सरकार एक मिशन के साथ आगे बढ़ रही है , और मैं जनता , ग्रामीण क्षेत्रों , गरीबों और किसानों की आकांक्षाओं को पूरा करने में सफल रहूंगा.’’ उन्होंने कहा , ‘‘राहुल जी जिस प्रकार से जाति की राजनीति कर रहे हैं , मुझे एहसास हुआ कि मैं अब और कांग्रेस में काम नहीं कर सकूंगा.’’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए बावलिया ने कहा, ‘‘अतीत में भी तत्कालीन मुख्यमंत्री और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मुझसे बहुत करीब से जुड़े रहे हैं. वह मुझसे कहा करते थे कि हमें आपके जैसे लोगों की जरूरत है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं लगातार देख रहा हूं कि हमारे प्रधानमंत्री किस तरह काम कर रहे हैं. देश की अर्थव्यवस्था को उन्होंने जो दिशा दी है, मैं उसका समर्थन करता हूं.’ बावलिया ने कहा, नरेंद्र भाई और अमित भाई (बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह) देश को प्रगति की राह पर ले जा रहे हैं. बावलिया के पार्टी में शामिल होने के बाद प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष जीतू वघानी ने कहा कि इससे बीजेपी , नरेन्द्र भाई और अमित भाई का हाथ मजबूत होगा. हम ओबीसी सहित सभी समुदायों को साथ लेते हुए देश का विकास करेंगे. इस बीच प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अमित चावडा ने बावलिया के निर्णय को ‘‘अवसरवादिता’’ बताया. कई वर्षों से लगातार उन्हें निर्वाचित करने वाले कांग्रेसी मतदाताओं को उन्हें (बावलिया) को जवाब देना होगा.