नई दिल्ली : देश में असुरक्षित भवनों में चल रहे 21 केंद्रीय विद्यालयों के संदर्भ में सरकार ने स्कूलों के जर्जर भवनों की विशेष मरम्मत व प्रतिस्थापन का आदेश दे दिया है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने गुरुवार को एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि उक्त विद्यालयों में विशेष मरम्मत व प्रतिस्थान कार्यों के लिए आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। इस संदर्भ में यह भी अवगत कराना है कि विद्यालय भवनों के असुरक्षित पाए गए हिस्से में कोई भी कक्षाएं संचालित नहीं की जा रही हैं। असुरक्षित कक्षाओं की उपलब्ध के आधार पर प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विभाग की कक्षाओं को अलग-अलग समय में संचालित किया जा रहा है।
मंत्रालय ने छात्रों की सुरक्षा के मद्देनजर मंत्रालय के निर्देशानुसार 10 साल से अधिक पुराने केंद्रीय विद्यालयों के भवनों का स्ट्रक्चर ऑडिट कराया गया है। इसके आधार पर 21 विद्यालय भवन (पूर्ण/आंशिक) को असुरक्षित चिन्हित किया गया, जिसमें विशेष मरम्मत व प्रतिस्थापन की आवश्यकता है। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सोमवार को लोकसभा में एक प्रश्न के उत्तर में बताया था कि देश के सीमावर्ती, पहाड़ी और जनजातीय क्षेत्रों सहित 21 केंद्रीय विद्यालयों (केवी) के स्कूल भवन आंशिक अथवा पूर्ण रूप से असुरक्षित पाए गए हैं। इस सूची में सबसे अधिक महाराष्ट्र के आठ, असम के तीन, गुजरात और उत्तर प्रदेश के दो-दो, केरल, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और अगरतला का एक-एक स्कूल शामिल है।