
उन्होंने आगे कहा, ‘आप समझ रहे हैं ना, यह हमला इराक जैसा नहीं होने वाला है। यह बहुत बहुत खराब होगा। यह आतंकवाद का भानू मति का पिटारा खोल देगा जो लोगों को अल-कायदा को भूलने पर मजबूर कर देगा। आप समझें कि लड़ाई बहुत कम समय के लिए भी हो सकती है, अगर सभी एयरफिल्ड और बाकि जगहों पर हवाई हमले कर दिए जाएं।’ ईरान और अमेरिका के बीच बढ़ती तनातनी के बीच खान ने कहा, ‘मैं इस बात की पुरजोर वकालत करुंगा कि एक और सैन्य कार्रवाई नहीं होनी चाहिए।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हम कुछ भी करेंगे, मेरा कहना है कि अगर पाकिस्तान इसमें कोई भूमिका निभा सकता है तो हम ईरान को पहले ही यह कह चुके हैं।’