नई दिल्ली/वाशिंगटन : पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान ने कश्मीर समस्या हल करने के सम्बन्ध में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की कथित मध्यस्थता पर भारत में हुई प्रतिक्रिया पर हैरानी व्यक्त की है। अमेरिका यात्रा पर गए इमरान ने मंगलवार को कहा कि कश्मीर संघर्ष ने पूरे उपमहाद्वीप को पिछले 70 वर्षों से बंधक बना कर रखा हुआ है। कश्मीर के लोगों की कई पीढ़ियों को यातना झेलनी पड़ी है और यह दौर जारी है। इसका अंत होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए यदि राष्ट्रपति ट्रम्प भारत और पाकिस्तान को वार्ता की मेज पर लाने का प्रयास करते हैं तो उसका स्वागत किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अमेरिकी मध्यस्थता के बारे में भारत की प्रतिक्रिया हैरान करने वाली है।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ वार्ता के दौरान इमरान खान ने कहा था कि अमेरिका दुनिया का सबसे ताकतवर मुल्क है। अमेरिका और राष्ट्रपति ट्रम्प कश्मीर समस्या का हल करने में मध्यस्थ की भूमिका निभा सकते हैं। इसी अवसर पर ट्रम्प ने यह विवादास्पद बयान दिया था कि प्रधानमन्त्री मोदी ने ओसाका (जापान) में उनसे ऐसा ही आग्रह किया था। भारत की ओर से ट्रम्प के इस बयान का जोरदार खंडन किया गया। इस बीच इमरान खान ने अपनी अमेरिका यात्रा को बहुत सफल बताते हुए मेहमाननवाजी के लिए ट्रम्प का शुक्रिया अदा किया। इमरान खान ने ट्रम्प को पाकिस्तान यात्रा की दावत दी, जिसे अमेरिकी राष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया।