लखनऊ : विदेश यात्रा से लौटे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास गिनाने को न तो विकास कार्य हैं और बताने के लिए कोई उपलब्धि। वे लोग बहकी-बहकी बातें करने लगे हैं। अपनी सरकार में बिगड़ते हालात पर ध्यान देने के बजाय समाजवाद और समाजवादियों को लेकर वे अधिक चिंतित रहते हैं। अखिलेश ने कहा कि भाजपा का राजनीतिक एजेण्डा संविधान से इतर समाजवादी व्यवस्था के विरूद्ध है। समाज में नफरत और दूरी पैदा करने की भाजपा की लगातार कोशिश रहती है। भाजपा का मातृ संगठन आरएसएस की विचारधारा असहिष्णुता का पाठ पढ़ाती है। भाजपा का महात्मा गांधी, सरदार पटेल, आचार्य नरेन्द्र देव, लोकनायक जयप्रकाश नारायण और डाॅ. लोहिया की विचारधारा से कभी कोई संबंध नहीं रहा है। ये सभी स्वतंत्रता सेनानी थे, जबकि आरएसएस स्वतंत्रता आंदोलन का कभी हिस्सा नहीं बना था।
उन्होंने कहा कि भारत के संविधान में जहां पंथनिरपेक्षता और लोकतंत्र है, वहीं समाजवाद का भी उल्लेख है। इस समाजवादी विचारधारा को आगे बढ़ाने का काम समाजवादी पार्टी कर रही है। जो समाज के सबसे गरीब, शोषित और वंचित वर्ग की आवाज बन गई है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा समाजवादी पार्टी के विरूद्ध नफरत भरी साजिश इसलिए भी करती है क्योंकि वह सामाजिक न्याय से महापरिवर्तन का आह्वान कर उस दिशा में प्रयासशील है। उन्होंने कहा कि उपदेशों और प्रवचनों से भूखों का पेट नहीं भरता है। जन-समस्याओं के समाधान की दिशा में भाजपा को काम करना चाहिए।