पाकिस्तानी पुलिस ने गुरुवार को कहा कि मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड और जमात उद दावा के प्रमुख हाफिज सईद और उसके 12 साथियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पाकिस्तान की ओर से यह बयान ऐसे समय आया है जब 22 जुलाई को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात होनी है।
सईद और उसके साथियों के खिलाफ बुधवार को पंजाब पुलिस के आतंक निरोधी विभाग (सीटीडी) ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में आतंकी फंडिंग और मनी लांड्रिंग के 23 मामले दर्ज किए गए थे। पंजाब पुलिस के प्रवक्ता नियाब हैदर नकवी ने बताया कि एफआइआर दर्ज की जा चुकी है और संदिग्धों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जब उनसे पूछा गया कि एफआइआर में नामित किए जाने के बावजूद सईद और अन्य को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया? नकवी ने कहा, पहले संदिग्धों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की जाती है और फिर उन्हें गिरफ्तार किया जाता है।
पहले भी आतंकी फंडिंग के मामले में प्रतिबंधित संगठनों के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है और बाद में आतंकरोधी अदालतों ने उन्हें जेल भेजा है।इमरान खान सरकार के एक सूत्र ने बताया, ‘सईद फिलहाल लाहौर के जौहर कस्बे में स्थित अपने आवास पर है और पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए उसके आवास पर छापा मारने के लिए सरकार से हरी झंडी का इंतजार कर रही है।’
उक्त सूत्र ने आगे बताया कि सईद को संभवत: इसी हफ्ते गिरफ्तार कर लिया जाएगा क्योंकि इमरान सरकार फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) के तहत आतंकी फंडिंग पर अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के प्रति गंभीर दिख रही है।
इस्लामाबाद का दावा, पाकिस्तान में नहीं है दाऊद
पाकिस्तानी विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मुहम्मद फैसल ने गुरुवार को दावा किया कि अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में नहीं है। दरअसल, डी-कंपनी के एक प्रमुख सदस्य जाबिर मोती (51) के प्रत्यर्पण मुकदमे के दौरान बुधवार को लंदन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत को बताया गया था कि दाऊद 1993 में मुंबई में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में वांछित है और वह फिलहाल पाकिस्तान में है।