लखनऊ। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्र संघ प्रतिबंध करके प्रशासन ने छात्र परिषद लागू कर दिया गया है। विवि के इस कदम को समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकतंत्र की हत्या करार दिया है। रविवार को उन्होंने कहा कि छात्र संघों पर प्रहार लोकनायक जयप्रकाश नारायण के सपनों को तोड़ने जैसा है। युवा शक्ति की ताकत पर ही जेपी ने सम्पूर्ण क्रांति का सपना संजोया था। अखिलेश ने कहा कि आपातकाल पर चर्चा कर लोकतंत्र की दुहाई देने वाले छात्र-छात्राओं को समाज और राष्ट्र की मुख्यधारा से अलग रखने का षडयंत्र कर रहे हैं। देश में परिवर्तन की उठने वाली लहरों का केन्द्र बिन्दु छात्रसंघ है। चुनावों पर बैन लगाकर भाजपा सरकारें युवाओं को अराजक राजनीति में ढकेल रही हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार शैक्षिक अव्यवस्थाओं पर उंगली उठाने वाले छात्र-छात्राओं को फर्जी मुकदमों में फंसा रही है। उनके शैक्षिक जीवन को बर्बाद करने के हथकंड़े अपनाए जा रहे हैं। शांतिपूर्ण आंदोलन करने पर छात्र-छात्राओं को जेल की यातनाएं दी जा रही है। विश्वविद्यालयों में छात्रसंघ लोकतंत्र की नर्सरी के तौर पर काम करते रहे हैं। देश के तमाम बड़े नेता, प्रशासक, शिक्षाविद तथा चिकित्सा सहित विविध क्षेत्रों के विशेषज्ञ इन्हीं की देन हैं। यादव ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ का इतिहास 97 वर्ष पुराना है। राजनेता नारायण दत्त तिवारी, हेमवती नंदन बहुगुणा से लेकर संसदीय विशेषज्ञ सुभाष कश्यप वहीं की देन हैं। छात्रसंघ लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूती प्रदान करते हैं। एक आम छात्र भी छात्रसंघ की सीढ़ियां चढ़कर सर्वोच्च पदों तक की छलांग लगाने का अवसर पाता है।