भूतपूर्व सैनिकों को मेडिकल कॉलेज में नौकरी को लेकर मिले प्राथमिकता
15 अगस्त को पौधे लगाने में सेना की भी होगी सहभागिता, लगाएगी 3 लाख पौधे
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्व विभाग आवश्यकतानुसार भूमि सेना को जल्द से जल्द हस्तांतरित किया जाए। यही नहीं मुख्यमंत्री ने जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल से कैंट क्षेत्र में फैली गंदगी और सफाई को लेकर कहा कि कैंट में साफ- सफाई को लेकर काम किया जाना चाहिए। भूतपूर्व सैनिकों को समेकित सुविधाओं हेतु भूमि उपलब्ध कराये जाने को लेकर भी मुख्यमंत्री ने दिशा निर्देश दिए। जिन जिलों में भूतपूर्व सैनिकों की चिकित्सा सुविधा के लेकर ईसीएचएस पाली क्लीनिक का निर्माण होना है उसको लेकर भी सेना को जल्द ही भूमि उपलब्ध कराए जाने के मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की सेवाओं में भूतपूर्व सैनिकों को समूह-ग के पदों पर अनुमन्य 5 प्रतिशत आरक्षण किए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि भूतपूर्व सैनिकों को हम प्रदेश के मेडिकल कॉलेज आदि जगहों पर फैकल्टी के तौर पर उन्हें रखा जा सकता है। मुख्यमंत्री ने हमले में मृतक आश्रितों को राज्य सरकार की सेवाओं में डेथ इन हार्नेस स्कीम के अंतर्गत सेवायोजित करने को लेकर भी निर्देश जारी किए। उन्होंने अधिकारियों से जानकारी लेते प्रस्ताव भेजने में हो रही देरी को लेकर भी नाराजगी जाहिर की।
इसके अलावा वायु सेना स्टेशन बक्शी का तालाब की भूमि का नामांतरण किए जाने को लेकर अधिकारियों को निर्देशित किया। वायु सेना स्टेशन मेमौरा का राजस्व अभिलेखों में नांमांतरण को लेकर भी निर्देश दिया। साथ ही लखनऊ के गोमती नगर में जमीन के कब्जे को लेकर राज्य सरकार और सेना के बीच हाईकोर्ट में चल रहे विवाद को लेकर राज्य सरकार के तरफ से भेजे जाने वाले प्रस्ताव को जल्द भेजने का भी निर्देश दिया। 15 अगस्त को प्रदेश में होने जा रहे है वृक्षारोपण कार्यक्रम में भी सेना की सहभागिता होगी। जिसके तहत लखनऊ में सेना तीन लाख पौधे लगाएगी। ये पौधे वन विभाग सेना को मुहैया कराएगा। सम्मेलन में जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल परवेश पुरी, मुख्य सचिव अनूप चंद्र पाण्डेय तथा सेना व शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।