संसद के दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा हो चुकी है. पहले लोकसभा और फिर राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस चर्चा का जवाब दिया. पीएम मोदी ने अपने जवाब में कांग्रेस के हर हमले पर पलटवार किया लेकिन दोनों ही दिन उनके भाषण में एक बात समान रही, वह ये कि उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बहाने कांग्रेस को कटघरे में खड़ा किया. राष्ट्रपति बनने से पहले प्रणब मुखर्जी ने 5 दशक तक कांग्रेस में रहकर राजनीति की और सरकार से लेकर संगठन में बड़े पदों पर रहे. लेकिन 2014 में जब केंद्र में नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एनडीए की सरकार बनी तो राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी थे. तब से पीएम मोदी ने प्रणब दा के साथ अपना रिश्ता जोड़ा और मजबूती से निभाया भी. पीएम मोदी ने कांग्रेस के सबसे कद्दावर नेता को ही कांग्रेस के खिलाफ हथियार बनाकर खड़ा कर दिया है.