लखनऊ। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बसपा अध्यक्ष मायावती के बचाव में कहा कि चुनाव आ गए तो सीबीआइ भी आ रही है। उन्होंने ध्वस्त कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। अखिलेश ने मेरठ के नरेंद्र गुर्जर और उन्नाव में विधायक पीडि़ता के पिता की जेल में मौत का मुद्दा उठाया। नरेंद्र के दिव्यांग भाई जितेंद्र ने पुलिस उत्पीडऩ का दर्द बयां किया। अखिलेश ने कहा कि सरकार एनकाउंटर के जरिये भय का वातावरण बना रही है। पहले एनकाउंटर होता है और फिर इनाम घोषित किया जाता है। इनामी अपराधियों की सूची जारी करने की मांग करते हुए कहा कि सपा पर आरोप लगता था कि धर्म देख कर ही मुआवजा दिया जाता है, परंतु अब क्या हो रहा है? नरेंद्र तो हिंदू था फिर भाजपा सरकार मुआवजा क्यों नहीं दे रही?
नहीं पकड़ पा रहे सीतापुर के कुत्ते
सपा प्रमुख ने सीतापुर में लगातार हो रहे कुत्तों के हमलों पर भी योगी सरकार को घेरा। कहा कि एनकाउंटर वाली सरकार की पुलिस के निशाने अच्छे हैं तो कुत्तों के हमलों से बच्चों को क्यों नहीं बचा पा रही है। उन्होंने पीडि़त परिवारों को दस लाख रुपये मुआवजा की मांग की। उन्होंने गोरखपुर व अन्य स्थानों पर बच्चों की मौतों पर सरकार की संवेदनहीनता पर तंज भी किया।
कैराना में प्रचार से इन्कार
नूरपुर व कैराना उपचुनाव से पूर्व भाजपाइयों की बयानबाजी की भत्र्सना करते हुए कहा कि उल्टे सीधे बयान देकर मुख्य मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाना चाहते हैं। सपा रालोद की जीत पर पाकिस्तान में आतिशबाजी के बयान पर तंज करते हुए अखिलेश ने कहा, यह बताना चाहिए कि पाकिस्तान में खीर किसके नेताओं ने खायी थी? उन्होंने कैराना में चुनाव प्रचार करने से इन्कार करते हुए भाजपा पर परिवारवाद को सबसे ज्यादा बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
न एयरपोर्ट, न डिफेंस कॉरिडोर
अखिलेश ने भाजपा सरकार के निवेश के दावों की खिल्ली उड़ाते हुए कहा कि जिन कंपनियों से एमओयू होने के दावे किए गए थे, उनकी पोल पहले ही खुल चुकी है। जिनके पास कोई बैलेंस शीट नहीं है वे कंपनियां कहां से निवेश करेंगी। ऐसे हालात में न जेवर एयरपोर्ट बनेगा और न डिफेंस कॉरिडोर। केवल जनता को गुमराह किय जा रहा है। अखिलेश ने नकल विहीन परीक्षा के दावों पर भी तंज किया। कहा, बिना परीक्षा के उत्तीर्ण करने का नया फार्मूला निकाला गया है।
शाम-ए-अवध की सीबीआइ जांच हो
अखिलेश ने लखनऊ में शाम-ए-अवध की बिक्री में गोलमाल का आरोप लगाते हुए कहा कि करोड़ों रुपये के घोटाले की सीबीआइ जांच हो। कहा कि उन्होंने जिन मामलों की जांच कराने की मांग की, सरकार ने जानबूझकर अनदेखा किया ताकि सच्चाई सामने नहीं आ सके।