कानपुर : 21 जून को मनाया जाने वाला योग दिवस की महत्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सितम्बर 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण से की थी। उन्होंने कहा था, योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है। योग करने से मनुष्य के भीतर विचार, संयम और पूर्ति के साथ स्वास्थ्य लाभ मिलता है। जिसके बाद भारत में 21 जून को योग दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। योग से होने वाले स्वास्थ लाभ को देखते हुए इसकी ख्याति विदेशों में पहुंची और वहां के लोगों ने भी योग को अपनी जीवन शैली में शामिल कर लिया। कानपुर की जनता ने जिस तरह से बढ़चढ़ कर आज योग दिवस पर योग में हिस्सा लिया, यह स्वास्थ के प्रति उनकी योग की महत्ता को सही साबित करता दिख रहा है।
यह बात जनपद के ग्रीन पार्क स्टेडियम में शुक्रवार को जिला प्रशासन व योग एसोसिएशन द्वारा आयोजित योग दिवस में सूबे के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना ने कही। महाना ने कहा कि हजारो लोगों ने आज योग का प्रशिक्षण लिया। लोगों ने कहा कि योग विदेश से आया, लेकिन ऐसा नहीं था। योग भारत से पूरी दुनिया में पहुंचा। प्रधानमंत्री ने यूएन में प्रस्ताव रखा था, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के माध्यम से हम देश और दुनिया भर को जागरूक करेंगे। प्रधानमंत्री का संकल्प पूर्ण होता हुआ दिखाई दे रहा है, क्योंकि आज के दिन देश और पूरी दुनिया में योग दिवस मनाया जा रहा है। योग शिविर में भारी संख्या में शहरवासियों के साथ मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा, जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत, नगर निगम की मेयर प्रमिला पांडेय, एडीजी प्रेम प्रकाश ने योग कर स्वास्थ लाभ लिया।