इस साल के सितंबर माह में होने वाले चौथे राष्ट्रपति चुनाव के लिए अफगानिस्तान तैयार है। इसे देखते हुए भारत ने अफगान नीत, अफगान का अपना और अफगान नियंत्रित व्यापक शांति प्रक्रिया के लिए समर्थन का प्रस्ताव रखा है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने न्यूयार्क में बुधवार को अफगानिस्तान की स्थिति पर ओपन डिबेट के दौरान कहा कि अफगानिस्तान की शांति प्रक्रिया के लिए भारत अपनी ओर से समर्थन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आगे बताया, ‘अफगानिस्तान की जनता ने अपने देश में लोकतंत्र को मजबूत बनाया है, संवैधानिक आदेश को स्थापित किया है, महिलाओं की स्थिति में उत्थान के साथ, अल्पसंख्यकों और युवाओं को सुरक्षा प्रदान किया। इसके अलावा मजबूत सेना और मजबूत सुरक्षा बलों का निर्माण और मजबूत क्षेत्रीय लिंक बनाए।
अकबरुद्दीन ने आगे कहा, ‘प्रतिदिन आतंक के खतरे का सामना करते हुए अफगानिस्तान में ये सभी उत्थान के सकारात्मक काम हुए।’