1994 में आनंद कुमार को उनकी काबिलियत को देखते हुए उन्हें कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए बुलाया गया, लेकिन पिता की मृत्यु और तंग आर्थिक हालत के चलते उनका सपना साकार नहीं हो सका. लेकिन कहते हैं वक्त सबका एक जैसा नहीं होता है. वहीं अब वह कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में लेक्चर देंगे.