छितकुल हिमाचल से एक पर्यटक दल उच्च हिमालय के चार दर्रे पार कर केदारनाथ पहुंचा। इस दल में 14 पर्यटकों, 16 पोर्टर के अलावा 2 गाइड शामिल थे। इन दर्रों का पार कर केदारनाथ पहुंचने वाला यह पहला दल है। इन दल को 200 किलोमीटर लंबे रास्ते में 160 किलोमीटर क्षेत्र में बर्फ ही बर्फ मिली है। पर्यटकों के लिए यह ट्रैक काफी रोमांच भरा रहा है।
माउंट हाई विंड ट्रैकिंग एंड माउंट्रेनियरिग के संचालक जयेंद्र पंवार बताते हैं कि माउंट हाई विंड ट्रैकिंग एंड माउंट्रेनियरिग के तत्वावधान में पर्यटकों ने यह ट्रैक सफलतापूर्वक पूरा किया है। 32 सदस्य इस ग्रुप का लीडर लालचंद नेगी था तथा इस ट्रैक के गाइड सोहन नेगी व राजीव नेगी थे।
23 मई को हिमाचल के छितकुल से यह ट्रैक शुरू हुआ। इस दल ने पहला दर्रा लाम्बखागा पास पार किया। एक जून को यह दल हर्षिल पहुंचा। फिर 2 जून को गंगोत्री से होते हुए भोज खर्क, केदार खर्क पहुंचा। केदार खर्क के आगे दूसरा दर्रा पतंगनी धार पास पार किया। फिर राद्रगैरा, एडवांस बेस कैंप, उड़नकोल बेस पहुंचा, जहां करीब 5600 मीटर की ऊंचाई पर स्थिति उड़नकोल दर्रे को पार किया। फिर खतलिंग ग्लेशियर होते हुए चौकी, मसारताल पहुंचे। चौथा दर्रा मयाली पास को पार करते हुए पर्यटक बासूकीताल से केदारनाथ पहुंचे।