मोदी सरकार के साथ-साथ आम आदमी के लिए भी यह किसी खुशखबरी से कम नहीं है। मई में थोक महंगाई दर (WPI) 2.45 फीसद रही। यह 22 महीने का निचला स्तर है। मई में WPI महंगाई दर 3.07 फीसद से घटकर 2.45 फीसद के स्तर पर आ गई। अप्रैल 2018 में यह 4.78 फीसद थी। शुक्रवार को जारी किए गए आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, खाद्य पदार्थों, ईंधन और पावर की कीमतों में आई कमी के कारएण थोक मूल्य आधारित महंगाई दर में मई में गिरावट आई है। आपको बता दें कि मई 2019 में WPI महंगाई दर जून 2017 के बाद से सबसे कम है। जून 2017 में WPI महंगाई दर 1.88 फीसद थी।
फूड आर्टिकल्स की बात करें तो इसकी महंगाई दर अप्रैल में जहां 7.37 फीसद थी वहीं मई में यह 6.99 फीसद रही। हालांकि, प्याज के दाम में मई के दौरान तेजी दर्ज की गई सकी महंगाई दर 18.89 फीसद रही जो अप्रैल में -3.43 फीसद थी। सब्जियों की महंगाई भी मई में घटकर 33.15 फीसद रही जो अप्रैल में 40.65 फीसद थी। आलू की महंगाई दर मई में -23.36 फीसद रही जो अप्रैल में -17.15 फीसद थी।
ईंधन और पावर श्रेणी की महंगाई की बात करें तो मई में यह 0.98 फीसद रही जो अप्रैल में 3.84 फीसद थी। मैन्युफैक्चर्ड आयटम्स की महंगाई दर भी मई में घटी है। अप्रैल में जहां यह 1.72 फीसद थी वहीं मई में यह घटकर 1.28 फीसद के स्तर पर आ गई।
हाल ही में जारी किए गए खुदरा महंगाई दर के आंकड़ों के अनुसार यह 7 महीने के उच्च स्तर पर 3.05 फीसद पर पहुंच गई थी। इसकी प्रमुख वजह सब्जियों और प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी थी।