झारखंड के खूंटी में पत्थलगढ़ी समर्थकों द्वारा 3 जवानों के अपहरण के बाद जिला पुलिस के अधिकारी भारी संख्या में पुलिस बल के साथ अपहरण किए गए जवानों को ढूंढने निकले हैं. गौरतलब है कि 3 जवानों को पत्थलगढ़ी समर्थकों ने मंगलवार को बंधक बना लिया था.
जानकारी के मुताबिक बंधक बनाए गए सभी जवान बीजेपी सांसद करिया मुंडा के हाउस गार्ड हैं. सूचना मिली है कि तीनों जवानों को घागरा में रखा गया है. बंधक बनाए गए जवानों को छुड़ाने के लिए डीसी सूरज कुमार और SP अश्वनी कुमार के नेतृत्व में 10 बड़े वाहन और हजारों जवान घाघरा के लिए बुधवार की सुबह कूच कर गए. इस दौरान लाठीचार्ज और हवाई फायरिंग में एक पत्थलगड़ी समर्थक की मौत हो गई. जबकि 50 पत्थलगढ़ी समर्थकों को हिरासत में लिया गया है.
खूंटी में फिर पत्थलगढ़ी समर्थक बेकाबू
बेकाबू पत्थलगढ़ी समर्थकों ने मंगलवार को सांसद करिया मुंडा के आवास पर हमला बोलते हुए 3 सुरक्षाकर्मियों का अपहरण कर लिया था. जिन्हें मुक्त कराने में अब तक पुलिस प्रशासन असफल है. बताया जाता है कि सांसद मुंडा के हाउस गार्ड के चारों इंसास हथियार भी पत्थलगढ़ी समर्थकों ने लूट लिए हैं. गनीमत है कि घटना के वक्त सांसद करिया मुंडा दिल्ली में थे.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, मंगलवार को खूंटी के घागरा से 4 किलोमीटर पहले ही अनिगढ़ा में पत्थलगढ़ी समर्थकों से पुलिस की भिड़ंत हो गई थी. पारंपरिक हथियारों से लैस पत्थलगढ़ी समर्थक जब हिंसा पर उतारू हो गए तो पुलिस ने भी लाठियां भांजनी शुरू कर दी. इसमें एक पत्थलगढ़ी समर्थक जख्मी हुआ. जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस की जवाबी कार्रवाई के बाद भागने के क्रम में पत्थलगढ़ी समर्थकों ने सांसद करिया मुंडा के आवास पर हमला बोल दिया. करीब 300 की संख्या में पत्थलगढ़ी समर्थकों ने सांसद आवास के हाउस गार्ड बंधक बना लिए और उनके हथियार भी लूट लिए. वे तीन जवानों को घसीटते हुए अपने साथ ले गए.