अगर आप मोबाइल एप पर सेकंड हैंड वाहन खरीद रहे हैं तो पहले वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर की खुद जांच कर लें

अगर आप कार बाजार, ऑटो बाजार या ओएलएक्स आदि मोबाइल एप पर सेकंड हैंड वाहन खरीद रहे हैं तो पहले वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर की खुद जांच कर लें। जिस तरह के ठगी के मामले आजकल प्रकाश में आ रहे हैं, उसमें सावधानी बरती जरूरी है। अकेले दून में ही एक माह में आठ से दस मामले सेकंड हैंड वाहनों की खरीद में ठगी के सामने आ रहे हैं। कहीं दूसरे प्रदेश की कार पर उत्तराखंड का फर्जी नंबर डाल उसे बेचने की कोशिश की जा रही तो कहीं कार का मूल्य बेहद कम डालकर नेट बैंकिंग के जरिए ग्राहक को चूना लगाया जा रहा। ऐसे मामलों से बचने के लिए आप केंद्र सरकार की मोबाइल एप का प्रयोग कर खरीदे जाने वाले वाहन की समस्त जानकारी एक नंबर पर एसएमएस कर खुद ले सकते हैं। इससे न तो आपको चोरी की गाड़ी मिलेगी, न ही वाहन बेचने वाले गाड़ी के संबंध में सूचना छुपे सकेंगे। गाड़ी नंबर एसएमएस करते ही उसके मॉडल, टैक्स, फिटनेस व रजिस्ट्रेशन से जुड़ी पूरी जानकारी मिल जाएगी।

यह सब होगा भारत सरकार द्वारा लांच मोबाइल एप से। दरअसल, सरकार ने ऐसी एप्लीकेशन बनाई है, जिसमें वाहन से जुड़ी पूरी जानकारी महज एक एसएमएस पर दी जा रही। इस बारे में देहरादून के एआरटीओ (प्रशासन) अरविंद कुमार पांडे ने बताया कि मोबाइल एप में ‘वाहन’ और ‘सारथी’ नाम से दो सॉफ्टवेयर हैं। ‘वाहन’ में गाड़ी से जुड़ी जानकारी होगी जबकि ‘सारथी’ में ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़ी। एआरटीओ ने बताया कि देश के किसी भी नंबर के वाहन की जानकारी लेने के लिए आपको मोबाइल पर बड़े अक्षरों में वीएएचएन यानी वाहन और गाड़ी का नंबर लिख मोबाइल नंबर 7738299899 पर एसएमएस करना होगा। लाइसेंस की जानकारी जानने के लिए एसएआरडीएल एवं लाइसेंस नंबर टाइप कर मोबाइल नंबर 8790499899 पर एसएमएस करना होगा।

एआरटीओ पांडे ने बताया कि सिर्फ वाहन मालिक के घर का पता इसमें नहीं आएगा। इसका दुरुपयोग भी हो सकता है। इसलिए एसएमएस पर सिर्फ वाहन मालिक का नाम और गाड़ी की जानकारी आएगी। उत्तराखंड के वाहनों का डाटा एनआइसी ने इस एप में अपलोड कर दिया है। अपने राज्य के बाहर की गाड़ी की जानकारी भी इसमें ली जा सकती है।

अपराध के वक्त भी मिलेगी मदद

कोई वाहन संदिग्ध लग रहा, कोई वाहन सवार आपको टक्कर मारकर या पर्स-चेन आदि लूटकर भाग निकले या किसी को अपहरण कर ले जाया जा रहा है तो आप सिर्फ उक्त वाहन का नंबर नोट कर लिजिए। वाहन की जानकारी जुटाने के लिए आपको आरटीओ कार्यालय नहीं जाना पड़ेगा। उक्त नंबर पर मोबाइल द्वारा एक एसएमएस करने पर वाहन के मालिक और वाहन से जुड़ी अन्य जानकारी आपके पास हाजिर होगी।

इस तरह भेजें एसएमएस

VAHAN UK07AB0001

SARDL UK07…000

(नोट: वाहन और गाड़ी नंबर के बीच में स्पेस देना है। इसी तरह लाइसेंस नंबर से पहले भी स्पेस देना होगा।)

इस तरह हो रही पुरानी गाड़ि‍यों पर ठगी

छह अप्रैल: पेशे से एमआर पटेलगनर क्षेत्र के एक शख्स से साइबर जालसाज ने 1.71 लाख रुपये की ठगी की। उन्होंने ओएलएक्स पर कार का विज्ञापन देखकर संबंधित मोबाइल नंबर पर फोन किया था। पटेलनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ था।

27 अप्रैल: स्कूटी बेचने के नाम पर जालसाज ने लक्खीबाग कोतवाली क्षेत्र के युवक से करीब 54 हजार रुपये ठग लिए। युवक ने ओएलएक्स पर स्कूटी का विज्ञापन देखकर जालसाज को फोन किया था।

29 अप्रैल: ओएलएक्स पर कार का फर्जी विज्ञापन दिखाकर डोईवाला के एक कारोबारी से एक लाख 39 हजार रुपये ठग लिए गए।

वाहन खरीदते समय रहें सावधान

  • ओएलएक्स पर यदि कार या अन्य किसी वाहन का विज्ञापन देख रहे हैं तो उसके पंजीकरण नंबर और कार मालिक के मोबाइल नंबर से जरूर मिलान करें। अक्सर किसी दूसरे की गाड़ी का विज्ञापन देकर जालसाज किसी और मोबाइल नंबर से फोन करते हैं।
  • गाड़ी कहां खड़ी है, इससे भी काफी कुछ पता लगाया जा सकता है। अक्सर थाने या पार्किंग में खड़ी गाड़ी की फोटो खींच कर जालसाज ओएलएक्स पर अपलोड कर देते हैं।
  • ओएलएक्स पर डील फाइनल होने पर आमने-सामने मिलकर पेमेंट करें। ऑनलाइन भुगतान करने से बचें। क्योंकि सामान मिलने से पहले भुगतान करना गलत कदम हो सकता है।
  • किसी भी वस्तु के बारे में जानकारी करने के लिए ओएलएक्स के कस्टमर केयर से भी बात करें। वहां से विज्ञापन के सही होने पर ही कदम आगे बढ़ाएं।

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