अमित शाह के गृहमंत्री बनने को मिली प्रमुखता
इस्लामाबाद : पाकिस्तान में शनिवार को प्रकाशित अखबारों में भारत में मोदी सरकार के मंत्रिमंडल के गठन को प्रमुखता दी गई है। उर्दू दैनिक पाकिस्तान ने प्रथम पृष्ठ पर लिखा है कि नए मंत्रिमंडल में बड़े परिवर्तन हुए हैं और अमित शाह को गृह मंत्रालय दिया गया है। वहीं राजनाथ सिंह को रक्षा मंत्रालय और पूर्व रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को वित्त मंत्रालय दिया गया है।अखबार ने उन्हें देश की पहली महिला वित्त मंत्री बनाने को प्रमुखता से छापा है।
मक्का में इमरान को सुनना पड़ा चोर
वहीं उर्दू दैनिक पाकिस्तान ने ही प्रधानमंत्री इमरान खान के सऊदी अरब दौरे के दौरान मक्का और मदीना में नारेबाजी की घटनाओं को जगह दी है। उसने लिखा है कि मक्का में काबा के तवाफ (चक्कर) लगाने के दौरान एक व्यक्ति ने कहा कि अल्लाह तुम्हे हिदायत (मार्गदर्शन)दे। झूठ बोलते हो। जबकि मदीना में एक व्यक्ति ने इमरान खान को देखकर सदका चोर और जकात चोर का नारा लगाया। अधिकतर पाकिस्तानी अखबारों ने वहां के उच्च सदन में सरकार को मिली करारी हार को प्रमुखता दी है। देश के प्रतिष्ठित उर्दू समाचारपत्र नवाएवक्त ने लिखा है कि सीनेट में सरकार के खिलाफ निंदा प्रस्ताव मंजूर हो गया जबकि इसी मामले पर दैनिक जंग ने लिखा है कि सरकार को सीनेट में विपक्ष के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा।सीनेट में सरकार के विरोध के बावजूद जजों के विरुद्ध रिफ़रेंडम (जनमत-संग्रह) वापस लेने का प्रस्ताव मंजूर हो गया।
रमजान के दौरान बढ़े डीजल-पेट्रोल के दाम, जनता नाराज
वहीं अखबार ने सरकार द्वारा दो अहम विधेयक पारित कराने में नाकाम रहने की बात छापी है। ये है- फेडरल गवर्नमेंट एम्प्लाइज हाउसिंगअथॉरिटी बिल-2019 और इस्लामाबाद हाईकोर्ट बिल (संशोधन)-2019 हैं। दैनिक जंग ने लिखा है कि शुक्रवार को सीनेट की कार्रवाई के दौरान उच्च सदन का माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया और एक वक्त यह मछली बाजार बन गया। वहीं उर्दू दैनिक पाकिस्तान ने लिखा कि एमक्यूएम और पीपीपी के सदस्य आपस में गुत्थम गुत्था हो गए और सदन में हाथापाई की नौबत आ गई। वित्तीय संकट से गुजर रहे पाकिस्तान के लोगों को महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है। यही वजह है कि देश के प्रमुख उर्दू समाचार पत्रों ने तेल की कीमतों में हुए इजाफे को प्रमुखता दी है। नवाएवक्त और जंग के अनुसार डीजल में 4.26, डीजल में 4.50 और मिट्टी के तेल में 1.69 रुपये की वृद्धि हुई है। उर्दू डान ने इसे ईद से पूर्व लोगों की जेब पर बोझ डालने वाला करार दिया है।