सपा-बसपा गठबंधन के बावजूद उत्तर प्रदेश में सहयोगियों समेत 64 सीट जीतने के बाद भाजपा का उत्साह बढ़ा है, लेकिन निकट भविष्य में 11 विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनप्रतिनिधियों से सेवा की अपेक्षा ने भाजपा नियंताओं को प्रेरित किया है। इस कड़ी में बुधवार को सुबह मुख्यमंत्री आवास पर नवनिर्वाचित सांसदों, भाजपा प्रदेश पदाधिकारियों, क्षेत्रीय अध्यक्ष, क्षेत्रीय संगठन मंत्री और क्षेत्रीय प्रभारियों की बैठक बुलाई गई है। शाम को भाजपा मुख्यालय में भी बैठक होगी। इन बैठकों में पार्टी नया लक्ष्य तय करेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, लोकसभा चुनाव प्रभारी जेपी नड्डा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय, प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल, सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश समेत कई प्रमुख पदाधिकारी बैठक में शामिल होंगे। लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद ये सभी पदाधिकारी दिल्ली गए थे और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने इन्हें अपने मिशन पर जुटने के निर्देश दिए हैं। पहले भाजपा ने यह तय किया था कि दिल्ली में शपथ ग्रहण समारोह के बाद उत्तर प्रदेश में बैठक होगी लेकिन, शाह के ‘स्वर्णिम काल पाये बिना विश्राम नहीं’ मंत्र को चरितार्थ करते हुए पार्टी ने 29 मई को ही मुख्यमंत्री आवास पर बैठक बुला ली।
चुनाव परिणाम से यह संदेश गया है कि भाजपा सरकार और संगठन ने मिलकर लक्ष्य हासिल किया है। चुनाव परिणाम के बाद संगठन और सरकार ने एक-दूसरे की सराहना कर यही संदेश दिया। अब पार्टी इसी दिशा में नये सिरे से सक्रिय होगी। बैठक में आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा तय किये जाने के साथ ही नवनिर्वाचित सांसदों से यह अपेक्षा की जाएगी कि वह क्षेत्र में जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरें। चुनाव के दौरान सांसदों के प्रति जनता की नाराजगी जगजाहिर हुई, लेकिन मोदी के नाम पर लोग चुनाव जीत गए।