मुंबई में बीते शनिवार से जोरदार बारिश हो रही है. इस बारिश से एक बार फिर जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. मुंबई में जगह-जगह पानी भर गया है. सड़के तालाब में बदल गई हैं. बारिश की वजह से लोकल ट्रेनें भी 15 से 20 मिनट की देरी से चल रही हैं. कई प्रमुख सड़कों पर पानी भरने से जगह-जगह ट्रैफिक जाम के हालात हैं. कई स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. मुंबई में बारिश से जुड़ी पल-पल की अपडेट के लिए बने रहिए एबीपी न्यूज़ के साथ.
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- सायन रेल स्टेशन पर रेल पटरियां पानी में डूब गई हैं. इसका ट्रेनों पर बुरा असर पड़ा है. वहीं, किंग सर्किल पर उपनगरों को दक्षिण मुम्बई से जोड़ने वाली प्रमुख सड़क पर पानी भर गया है. यहां कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया है.
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- मुंबई की सायन रोड नंबर- 6 पर काफी पानी भरा है. बिल्डींग कपांउंट के अंदर पानी आ गया है. बीएमसी की तरफ से मनहोल खोलकर पानी कम करने की कोशिश हो रही हैं.
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- 10 बजकर 38 मिनट पर हाई टाइड की चेतावनी दी गई है.
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- भारी बारिश से मुंबई-अहमदाबाद हाईवे बंद हो गया है.
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- बांद्रा, अंधेरी,कुर्ला, विक्रोली और घाटकोपर में सड़कों पर पानी भरने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है.
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- अंधेरी में मेट्रो स्टेशन के नीचे भी पानी भरा हुआ है. वहीं, वेस्टर्न एक्सप्रेसवे पर बारिश की वजह से ट्रैफिक धीमा चल रहा है.
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- बता दें कि मुंबई में पिछले 48 घंटों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है.
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- मध्य मुंबई के धारावी और सायन इलाके में कई जगह पानी भरने यातायात में रुकावट है.
धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है मानसून- मौसम विभाग
मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है कि अगले कुछ दिनों तक मुंबई में ऐसी ही बारिश होती रहेगी, इसलिए लोगों को पहले से तैयार रहने की हिदायत दी गई है. मौसम विभाग के डेटा से खुलासा हुआ है कि देश के 25 प्रतिशत से कम हिस्से में अब तक सामान्य या अधिक बारिश हुई है. इसके साथ ही मौसम वैज्ञानिकों ने कहा है कि सप्ताहांत मानसून गतिविधि ने जोर पकड़ लिया और मानसून धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है.
दिल्ली में 29 जून को मानसून पहुंचने की उम्मीद
भीषण गर्मी का सामना कर रहे मध्य और उत्तर भारत के मैदानी इलाकों को अगले दो-तीन दिन में कुछ राहत मिलने की संभावना है. मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में मानसून के 29 जून को पहुंचने की उम्मीद है जो राष्ट्रीय राजधानी के लिए मानसून पहुंचने की सामान्य तिथि है. दक्षिण पश्चिमी मानसून निर्धारित सामान्य तिथि से तीन दिन पहले 29 मई को पहुंचा और केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और दक्षिणी गुजरात के तटीय इलाकों में बारिश हुई.