मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी और भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी की प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को चुनाव आयोग ने क्लीनचिट दे दी गई है. 72 घंटे तक चुनावी प्रचार के बैन के दौरान, चुनाव प्रचार और मीडिया से बातचीत करने के मामले में जिला निर्वाचन अधिकारी ने प्रज्ञा को क्लीनचिट दे दी है. जिला निर्वाचन अधिकारी ने आयोग को सौंपे गए रिपोर्ट में बताया है कि पाबंदी के दौरान प्रज्ञा ठाकुर ने न तो चुनाव प्रचार किया है और न ही रोड शो किया है. कांग्रेस ने इस मामले पर शिकायत की थी.
वहीं, साध्वी के संघर्ष की कहानी वाले पंपलेट बांटने पर कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी, जिसके बाद साध्वी से चुनाव आयोग ने जवाब मांगा. बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने जवाब दिया कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि पंपलेट किसने बांटे. इस मामले पर भी चुनाव आयोग की तरफ से साध्वी को क्लीन चिट दे दी गई है.
जिला निर्वाचन आयोग ने रिपोर्ट में बताया कि प्रज्ञा के साथ पीरगेट चौराहे पर उनके साथ महापौर आलोक शर्मा भी थे. इस दौरान आलोक शर्मा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस के प्रत्याशी लगातार झूठी शिकायत कर रहे हैं, परेशान कर रहे हैं. हम चाहते हैं कि आचार संहिता का पालन हो, लेकिन मंदिर जाने से कोई नहीं रोक सकता है. आपको बता दें कि चुनाव प्रचार पर बैन के दौरान साध्वी लगातार मंदिर दर्शन के लिए जा रही थीं और भजन-कीर्तन भी कर रही थीं, जिसको लेकर कांग्रेस ने आपत्ति जताई थी.
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के चुनाव प्रचार पर गुरुवार सुबह 6 बजे से 72 घंटे तक बैन लगाया गया था. जिसके बाद साध्वी प्रज्ञा ने किसी किस्म का चुनाव प्रचार तो नहीं किया, लेकिन वो मंदिर दर्शन के साथ भजन-कीर्तन करती नजर आईं. शुक्रवार को साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने ताबड़तोड़ 6 मंदिरों में जाकर भगवान के दर्शन किये और आशीर्वाद लिया.