अमेरिका ने भारतीय विमानन कंपनियों को अपने यहां ग्राउंड हैंडलिंग गतिविधियों से रोकने की चेतावनी दी है। भारत में अमेरिकी एयरलाइन कंपनियों को ग्राउंड हैंडलिंग की छूट नहीं मिलने के जवाब में अमेरिका ने यह चेतावनी जारी की है। अमेरिका का कहना है कि यदि भारत ने पहली जुलाई तक अमेरिकी विमानन कंपनियों को ग्राउंड हैंडलिंग ऑपरेशंस की अनुमति नहीं दी, तो वह भारतीय कंपनियों को भी अपने यहां इस सुविधा से वंचित कर देगा।
अमेरिका की इस चेतावनी के बाद विमानन मंत्रालय के अधिकारियों ने अमेरिकी अधिकारियों के साथ चर्चा शुरू कर दी है। अधिकारियों के मुताबिक भारत के साथ जब भी व्यापार वार्ता विफल होती है, अमेरिका दबाव बनाने के लिए इस तरीके की चेतावनी देना शुरू कर देता है। अपनी स्थिति मजबूत करने का उसका ये पुराना तरीका है। भारत को इससे निपटने की तरकीब मालूम है।
बहरहाल, यदि विमानन अधिकारियों के बीच भी वार्ता विफल होती है और अमेरिकी प्रतिबंध लागू होता है, तो सबसे बुरा असर एयर इंडिया पर पड़ेगा। फिलहाल सिर्फ एयर इंडिया अमेरिकी शहरों -वाशिंगटन, न्यूयॉर्क, शिकागो तथा सैन फ्रांसिस्को के लिए सीधी उड़ानें संचालित करती है और इन हवाई अड्डों पर उसके ग्राउंड हैंडलिंग ऑपरेशंस हैं, जिनका संचालन आउटसोर्स की हुई दूसरी कंपनियों द्वारा किया जाता है।
भारत ने वर्ष 2016 में घोषित नई विमानन नीति के तहत विदेशी एयरलाइन कंपनियों के भारत में ग्राउंड हैंडलिंग ऑपरेशंस संचालित करने पर रोक लगा दी थी। अमेरिका तभी से इस पाबंदी का विरोध करता रहा है। अभी अमेरिकी एयरलाइन कंपनियों में युनाइटेड एयरलाइंस ही भारत के लिए उड़ाने संचालित करती है। इसके लिए ग्राउंड हैंडलिंग का काम भारतीय कंपनियां करती हैं। एक अन्य अमेरिकी एयरलाइन डेल्टा ने इस वर्ष के अंत तक भारत के लिए उड़ानें शुरू करने का एलान किया है।
एयर इंडिया कर्मचारियों को ताकीद: इस बीच एयर इंडिया ने अपने कर्मचारियों के मीडिया से बात करने पर सख्त रुख अपनाते हुए एक सर्कुलर जारी किया है। इसमें कहा गया है कि कोई भी कर्मचारी चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर (सीएमडी) की लिखित अनुमति के बगैर न तो मीडिया से बात करेगा और न सोशल मीडिया पर एयरलाइन के बारे में कोई टीका-टिप्पणी, फोटो-वीडियो आदि जारी करेगा। यदि किसी कर्मचारी को ऐसा करते पाया गया तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। हाल में एयर इंडिया के कुछ कर्मचारियों द्वारा सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणियां, फोटो और वीडियो डाले जाने को देखते हुए यह सर्कुलर जारी किया गया है।
क्या होती है ग्राउंड हैंडलिंग?
किसी भी विमान और उसके यात्रियों को एयरपोर्ट पर बहुत सी सुविधाओं की जरूरत होती है। विमान के एयरपोर्ट पर उतरने और वापस उड़ान भरने के बीच उसे ठहरने के लिए सही स्थान तक पहुंचाने, साफ-सफाई करने, बचा खाना उतारने और उसकी अगली उड़ान के लिए के लिए रनवे पर जाने तक की गतिविधियां ग्राउंड हैंडलिंग में आती हैं। इसी तरह यात्रियों का सामान चढ़ाने, उतारने और खुद उनके लिए जरूरी सभी सुविधाओं को ग्राउंड हैंडलिंग में शामिल किया जाता है।
जेट के अधिकार अन्य कंपनियों को मिलेंगे: जेट एयरवेज के पुनरुद्धार की धूमिल उम्मीदों के मद्देनजर विमानन मंत्रालय ने एयरलाइन के विदेश यातायात अधिकार अस्थायी तौर पर इंडिगो, एयर इंडिया और स्पाइसजेट जैसी दूसरी एयरलाइंस को आवंटित करने पर विचार शुरू कर दिया है। इस सिलसिले में शुक्रवार को मंत्रालय में एक बैठक हुई जिसमें विमानन सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने इस आशय के संकेत दिए। सूत्रों के अनुसार यदि ऐसा होता है तो दूसरी कंपनियों को तो फायदा होगा, किंतु जेट एयरवेज की कीमत और घट जाएगी। माना जाता है कि जेट के मुंबई-लंदन, दिल्ली-दुबई और मुंबई-पेरिस जैसे रूट एयर इंडिया और स्पाइसजेट को को दिए जा सकते हैं। हालांकि अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि एयरपोर्ट स्लॉट की भांति जेट एयरवेज के ट्रैफिक राइट्स भी स्थायी तौर पर देने के बजाय सीमित अवधि के लिए ही दूसरी कंपनियों को दिए जाएंगे।