देश की सबसे बड़ी धार्मिक कैलास मानसरोवर यात्रा की तैयारियां तेज हो गई हैं। कुमाऊं कमिश्नर राजीव रौतेला ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए यात्रा की तैयारियों की जानकारी ली और जिला प्रशासन व उससे जुड़ी अन्य एजेंसियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
12 जून से शुरू हो रही कैलास मानसरोवर यात्रा उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जनपद के रास्ते शुरू होती है। गुरुवार को कुमाऊं कमिश्नर राजीव रौतेला ने यात्रा की तैयारियों के संबंध में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जानकारी ली। जिलाधिकारी डॉ.विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि इस वर्ष नजंग तक मार्ग तैयार है। यात्रियों को नजंग तक वाहन से ले जाया जाएगा। इसके बाद 20 किमी. की पैदल यात्रा करने के बाद यात्रियों को उच्च हिमालयी क्षेत्र में वाहन सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास चल रहे हैं। इसके लिए केएमवीएन और बीआरओ से वार्ता की जा रही है।
कुमाऊं कमिश्नर ने कहा कि यात्रा के दौरान मानसून काल भी रहेगा। इस दौरान बंद मार्ग को तत्काल खोलने के लिए व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए। उन्होंने कहा नजंग में मानसून काल में पैदल पुल के बहने की पूरी आशंका रहती है। इसलिए वैकल्पिक पुल बहने की स्थिति में अस्थाई पुल बनाने के लिए लकड़ी का इंतजाम पहले से ही सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा इस स्थान पर स्थाई स्टील पुल बनाने के लिए भी प्रस्ताव तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि आपदा की स्थिति से निपटने के लिए जिला मुख्यालय में 24 घंटे कंट्रोल रू म की स्थापना की जाए। उन्होंने कहा कि आपात स्थित में हेलीकाप्टर से यात्रा कराए जाने के लिए विदेश मंत्रालय और भारतीय वायु सेना से पत्राचार किया जाए।
बैठक में मौजूद सीमा सड़क संगठन के सोमेंद्र बनर्जी ने सीमा तक बन रही सड़क की जानकारी दी। कांफे्रेसिंग में मौजूद केएमवीएन के महाप्रबंधक अशोक जोशी ने कहा कि मार्ग की स्थितियों का जायजा लेने के लिए छह मई को अग्रिम टीम भेजी जा रही है। वीडियो कांफ्रेसिंग धारचूला और पिथौरागढ़ दो स्थानों पर की गई। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।