कर्नाटक में मंत्रालय कब काम में लगेगा इसे कोई नहीं जानता. अब एक मंत्री को टोयोटा फॉर्च्युनर कार ही चाहिए सवारी के लिए. उसका कहना है कि वह बचपन से ही बड़ी कारों में चलने के आदी रहे हैं. इसके बाद बीजेपी को एक और मौका मिला है मंत्री को घेरने का वह कांग्रेस मंत्री का पक्ष ले रही है. खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री बीजेड जमीर अहमद खान ने कहा कि उन्हें टोयोटा इनोवा की मंजूरी दी गई है, जिसे वह कम स्तर का मानते हैं और इसलिए फॉर्च्युनर की मांग की है. कारोबारी परिवार से ताल्लुक रखने वाले जमीर अहमद खान ने कहा, ‘मैं बचपन से ही बड़ी कारों से चलता रहा हूं. मुझे इनोवा की मंजूरी दी गई है. मैं इसे आरामदायक नहीं मानता, क्योंकि मैं हमेशा बड़ी कारों से चलता रहा हूं… इनोवा छोटे स्तर की कार है.’ बताया जाता है कि खान के पास 100 लग्जरी बसों का काफिला है. उन्होंने आगे कहा, ‘इनोवा अच्छी गाड़ी थी और लंबे सफर के लिए फॉर्च्युनर से बेहतर थी. लेकिन वह बड़ी(ऊंचाई में) कारों में सफर करने के आदी हैं.’
खान ने कहा कि उनके लिए कोई भी एसयूवी कार ठीक है, लेकिन जो गाडि़यां मौजूद हैं उनमें सिद्धारमैया के लिए इस्तेमाल हुई कार भी शामिल है और वह अच्छी कंडीशन में है. बकौल खान, ‘क्या यह कार स्थायी है? ये सभी कारें अस्थायी हैं. यहां तक कि सत्ता भी हमेशा नहीं रहती.’
मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी भी खुद की गाड़ी का इस्तेमाल करते हैं तो आप सरकारी गाड़ी क्यों मांग रहे हैं, इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा ,वह चाहते हैं कि लोग उन्हें मंत्री के रूप में पहचान जाएं. खान ने कहा, ‘मुख्यमंत्री कुमारस्वामी को सब जानते हैं. वह किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. वह काफी लोकप्रिय हैं. मैं केवल मंत्री हूं. मेरी भी इच्छा है. ऐसा मौका मिलना काफी दुर्लभ है. लोगों को हमें मंत्री के रूप में पहचानना भी जरूरी है. यदि मैं सामान्य कार से जाता हूं क्या लोग मुझे पहचान लेंगे. यदि मैं मंत्री की कार में जाऊंगा तो वे कहेंगे कि देखो मंत्री जा रहा है.’
मंत्री की मांग पर बीजेपी प्रवक्ता एस प्रकाश ने कहा कि खान के पास 100 लग्जरी बसों का काफिला है, उन्हें अपनी कार में चलना चाहिए. बहरहाल कांग्रेस सांसद सैयद नसीर हुसैन ने खान का बचाव करते हुए कहा कि मंत्री किसी विशेष वाहन की मांग कर रहे हैं तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है.