देर रात गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत देश के कई हिस्सों में आंधी-तूफान से कहर मचाया. आंधी-तूफान से अब तक 39 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि दर्जनों लोग इससे प्रभावित हुए हैं. देशभर में आई इस प्राकृतिक आपदा पर प्रधानमंत्री मोदी ने दुख जाहिर किया है. बुधवार सुबह प्रधानमंत्री मोदी ने प्राकृतिक आपदा पर दुख जाहिर करते हुए लिखा, गुजरात के कई हिस्सों में आंधी-बारिश और तूफान की वजह से हुए नुकसान से काफी आहत हूं. सभी के परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं हैं. इस दौरान प्रधानमंत्री ने गुजरात के लोगों के लिए मुआवजे का ऐलान भी किया.
प्रधानमंत्री मोदी के दुख जाहिर करते ही प्राकृतिक आपदा पर राजनीति तेज हो गई है. सिर्फ गुजरात में प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हुए लोगों के लिए मुआवजे का ऐलान होने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है. कमलनाथ ने कहा कि नरेंद्र मोदी सिर्फ गुजरात के नहीं बल्कि पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं.
कमलनाथ ने ट्विटर पर जाहिर किया गुस्सा
प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कमलनाथ ने अपने ट्विटर पर लिखा, ‘मोदी जी, आप देश के पीएम हैं ना कि गुजरात के. कमलनाथ ने लिखा, ‘एमपी में भी बेमौसम बारिश व तूफ़ान के कारण आकाशीय बिजली गिरने से 10 से अधिक लोगों की मौत हुई है. लेकिन आपकी संवेदनाएं सिर्फ़ गुजरात तक सीमित? भले यहां आपकी पार्टी की सरकार नहीं है लेकिन लोग यहां भी बस्ते है.
मध्यप्रदेश में 10 से अधिक लोगों की मौत
मध्य प्रदेश के कई जिलों में सोमवार रात और मंगलवार को आंधी के साथ बारिश और ओलों ने कोहराम मचा दिया है. बिजली गिरने से 13 की मौत हो गई. जबकि सीहोर जिले के आष्टा में चलती बाइक पर पेड़ गिरने से एक ने दम तोड़ दिया. इंदौर जिले के हातोद में एक ही परिवार के तीन लोगों की मृत्यु आकाशीय बिजली से हुई. जगह-जगह बारिश और ओलों से खेतों में खड़ी और काट कर रखी फसलों के अलावा मंडियों में खुले में रखा सैकड़ों क्विंटल गेहूं और लहसुन भीगने की खबर है.