2019 लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है. हर पार्टी का नेता चुनावों को ध्यान में रखकर बयान दे रहा है. इस बीच समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बड़ा बयान दिया.
अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि वह चाहते हैं कि देश का अगला प्रधानमंत्री भी उत्तर प्रदेश से हो. उन्होंने कहा कि वह खुद एक बार फिर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनकर विकास कार्यो को आगे बढ़ाना चाहते हैं.
वर्ष 2019 में प्रधानमंत्री बनने के सवाल पर अखिलेश ने कहा, “मैं इतना बड़ा सपना नहीं देखता कि देश का प्रधानमंत्री बन जाऊं. मुझे देश का प्रधानमंत्री नहीं बनना है, मुझे तो सिर्फ एक बार फिर उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री ही बनना है और प्रदेश के विकास कार्यो को आगे बढ़ाना है.”
लखनऊ में एक समाचार चैनल से बातचीत में उन्होंने आगे कहा, “अभी तक तो यही होता आया है कि यूपी से ही कोई प्रधानमंत्री बनता आया है, हम यही चाहते हैं कि कोई नया प्रधानमंत्री बने और यूपी से ही बने. देश की पसंद हमारी पसंद बन जाएगी और देश को क्या मिला देश इसका आकलन करेगा.”
राहुल गांधी का जिक्र किए जाने पर अखिलेश ने कहा, “सपना देखना बुरी बात नहीं है, लेकिन कांग्रेस को इसके लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी. हम साथ हैं, लोकसभा चुनाव में भी साथ रहेंगे, कई और भी पार्टियां साथ आएंगी.”
बसपा संग जारी रहेगा साथ
मायावती से गठबंधन के सवाल पर सपा मुखिया ने साफ कहा कि समाजवादी पार्टी 2019 का लोकसभा चुनाव बसपा के साथ मिलकर लड़ेगी.
उन्होंने कहा, “इस समझौते के लिए हमें कोई कुर्बानी देनी पड़ी तो हम पीछे नहीं हटेंगे. हालांकि सीटों के बंटवारे को लेकर मैं इस समय कुछ नहीं बोलूंगा. हम मध्य प्रदेश में भी विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं.”
अखिलेश अपने पुराने अंदाज में भाजपा पर वार करने से नहीं चूके. उन्होंने जहां नोटबंदी, काला धन पर अपने पुराने बयानों को दोहराया तो वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ‘उद्घाटन का ही उद्घाटन करने वाला सीएम’ बताया.