लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शलभमणि त्रिपाठी ने कहा है देश में होने जा रहा इस बार का चुनाव बेहद अहम है जो देश का भविष्य तय करेगा। एक तरफ ऐसी ताकतें हैं जो हमेशा से देश के खिलाफ रही हैं, तो वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं जिनके नेतृत्व में दुनिया भर में भारत का मस्तक ऊंचा हुआ है। पाकिस्तान व चीन जैसे देशों ने भारत के आगे घुटने टेके हैं। दुनियाभर की नजर भारत में हो रहे आम चुनावों पर है। देश की जनता के आशीर्वाद से ही प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान में वायु सेना और थल सेना से स्ट्राइक कराकर मुंहतोड़ जवाब दिया है। आगे भी पाकिस्तान जैसे आतंकपरस्त देश को उसकी औकात बताने के लिए देश को प्रधामनमत्री नरेंद्र मोदी की जरूरत है।
शलभमणि त्रिपाठी ने कहा कि भारत के दुश्मन मुल्क किसी भी तरह नरेंद्र मोदी को हटाना चाहते हैं। वे इस चुनाव में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। अफसोस है कि देश के कुछ सियासी चेहरों से भी दुश्मन मुल्कों को भरपूर मदद मिल रही है और ऐसे में देश की जनता की जिम्मेदारी बढ जाती है। देश की जनता को लोकतंत्र के महापर्व पर घरों से बाहर निकलना चाहिए और श्री नरेंद्र मोदी जी के लिए इतना जनसमर्थन देना चाहिए कि दुश्मनों को उनकी हैसियत पता चल जाए। देश को प्यार करने वाले राष्ट्रभक्तों का एक-एक वोट पाकिस्तान जैसे दुश्मन मुल्कों और आतंकियों के सफाए में मददगार बनेगा।
प्रदेश प्रवक्ता शलभमणि त्रिपाठी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा से देश को कमजोर करने की सियासत की। किसे याद नहीं कि जब बाटला हाउस कांड में साहसी इंस्पेक्टर महेश शर्मा आतंकियों और गद्दारों से लड़ते हुए शहीद हुए थे, तब कांग्रेस पार्टी की एक बड़ी नेता आतंकियों की मौत को शहादत बताते हुए उनके लिए आंसू बहा रहीं थीं। दिग्विजय सिंह जैसे नेता आतंकियों के पक्ष में खुलकर खड़े थे। बाटला के गुनाहगारों के खिलाफ कार्रवाई में रोड़ा अटका रहे थे। कांग्रेस पार्टी की सरकार में चरम पर रहे इस्लामिक आतंकवाद को छुपाने के लिए जबरिया हिंदू आतंकबाद की कहानी गढी गई। यही नहीं कर्नल पुरोहित और साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को आतंकवाद के फर्जी मामलों में फंसाकर उन्हें बुरी तरह प्रताड़ित किया गया। तुष्टीकरण की हद तक जाकर कांग्रेस ने यह ऐलान किया था कि देश के संसाधनों पर पहला हक मुस्लिमों का है।
शलभमणि त्रिपाठी ने कहा कि देश की जनता कांग्रेस को समझ चुकी है। अब दुबारा उसे मौका नहीं मिलने वाला। 26/11 की कायराना घटना के बाद देश की जनता इंतजार करती रही कि मनमोहन सिंह की सरकार पाकिस्तान के खिलाफ साहस दिखाएगी, पर कांग्रेस की सरकार इस आतंकी घटना के बाद भी पाकिस्तान से दोस्ताना रिश्ते निभाती रही। यह बदला अब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने लिया है और पाकिस्तान जैसे दुश्मन देशों की नींद इसी खबर से उड़ी हुई है कि नरेंद्र मोदी प्रचंड बहुमत से दुबारा भारत के प्रधामनमंत्री बनने जा रहे हैं।