पासवान बोले, मोदी-शाह ने पूरा किया ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ अभियान
अहमदाबाद : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के गांधीनगर लोकसभा सीट से नामांकन में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने अपनी एकजुटता का परिचय दिया। राजग के घटक शिरोमणि अकाली दल(शिअद), शिवसेना, लोकजनशक्ति पार्टी (लोजपा) के शीर्ष नेताओं ने गांधीनगर की जनता से शाह को प्रचंड मतों से जीत दिलाने की अपील की। इस दौरान घटक दलों की एकजुटता ने साफ कर दिया कि कि भाजपा के सहयोगी दल नरेंद्र मोदी को दोबारा सत्ता में वापसी कराने के लिए पूरी शिद्दत से उनके साथ खड़े हैं। इतना ही नहीं, भाजपा के सबसे पुराने सहयोगी अकाली दल और शिवसेना ने विपक्षी गठबंधन की चुटकी लेते हुए कहा कि उनके नेता तो नरेंद्र मोदी हैं, विपक्ष को भी अपने नेता के नाम और नीति का खुलासा करना चाहिए।
लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान ने शाह और नरेंद्र मोदी की जोड़ी को करिश्माई करार देते हुए कहा कि पहले जब कांग्रेस मुक्त भारत की बात होती थी तो उनको तनिक संशय होता था, की ये कैसे संभव होगा। फिर दोनों नेताओं की जोड़ी ने जिस तरह भाजपा के साथ ही देशभर में राजग को मजबूती दी उससे कांग्रेस मुक्त भारत का नारा सच साबित हुआ है। पासवान ने कहा कि राजग के खिलाफ बन रहा गठबंधन अब लट्ठबन्धन में तब्दील हो गया है। उन्होंने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में भाजपा और राजग 2014 से भी ज्यादा सीटें जीतेगी। राजग के अलावा भाजपा के पूर्व अध्यक्ष एवं गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी शाह की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जो काम वह अपने साढ़े पांच साल के कार्यकाल में नहीं कर सके उसे अमित शाह ने साढ़े चार वर्षो में ही कर दिखाया। उन्होंने केंद्र सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा के लिए गठबंधन जरूरत नहीं अपितु प्रतिबद्धता है।
भाजपा के पुराने सहयोगी अकाली दल के प्रमुख परकाश सिंह बादल ने विजय संकल्प सभा को संबोधित करते हुए कहा कि गुजरात की जनता बहुत भाग्यशाली है जो देश का सबसे बेहतरीन प्रधानमंत्री और विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक दल का अध्यक्ष उनके बीच का है। बादल ने यह भी ऐलान किया कि शाह चुनाव जीतने के बाद केंद्र की नई मोदी सरकार में मंत्री बनेंगे। बादल ने अपने संक्षिप्त सम्बोधन में शाह को भारी मतों से जीत दिलाने की अपील के साथ ही उनके सांगठनिक कौशल की भी जमकर सराहना की।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा के साथ मतभेदों को बीते दिन की बात बताते हुए कहा कि अमित शाह कुशल संगठनकर्ता हैं। जिस तरह से उन्होंने भाजपा को विस्तार दिया है और संगठन को मजबूती से खड़ा किया है उसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है। ठाकरे ने शाह के प्रति अपना अनुराग जताते हुए कहा कि अमित भाई हमारे बीच कोई मत भिन्नता अब नहीं बची है। पीठ में छुरा घोंपना हमारे संस्कार में नहीं है। वह दिल से यहां उनके नामांकन में आये हैं। शिवसेना प्रमुख ने कहा कि दोनों दलों के बीच मतभेद और तनिक मनमुटाव जरूर था पर जब वो और भाजपा अध्यक्ष साथ बैठे तो सारी चीजें खत्म हो गई।