आप सभी जानते ही होंगे कि भारत देश अपने त्यौहारों और परंपराओं के लिए मन जाता है और यहां पर आए दिन छोटे-बड़े कई तरह के त्यौहार मनाए जाते हैं. ऐसे में आप सभी को बता दें कि 30 मार्च को दशामाता का पर्व है और इस दिन मां पार्वती का ही एक स्वरूप है. आप सभी को बता दें इनके बारे में स्कंद पुराण में भी विस्तार से लिखा गया है जो आप सभी ने पढ़ा ही होगा. कहते हैं इस दिन माता की पूजा करने से बिगड़े हुए काम बन जाते हैं. आप सभी को बता दें कि माता दशा माता को लेकर ऐसी मान्यता है कि इस दिन जो भी महिला या पुरूष पूरे विधि-विधान से माता की आराधना करता है, उसको पूरे साल किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं होती है.
आप सभी को बता दें कि ज्योतिषों के अनुसार दशामाता के पर्व पर माता की आरधना करने से मनुष्य के जीवन को बेहतर दशा और बेहतर समय मिलता है और यदि किसी व्यक्ति के जीवन में किसी प्रकार की कठिनाई है तो वो यदि इस दिन माता की उपासना करेगा तो उसको लाभ जरूर मिलेगा. ज्योतिषों के अनुसार इस बार दशा माता का पर्व 30 मार्च के दिन आ रहा है और आज हम आपको बता रहे कि कल यानी 30 मार्च को किस समय पर माता की आराधना करने से लाभ होगा.
बताया गया है कि 30 मार्च के दिन दोपहर 3 बजकर 37 मिनट तक उत्तराषाढ़ा नक्षत्र है जिसमें चंद्रमा दिनभर मकर राशि में रहेगा. वहीं सुबह 9 बजकर 29 मिनट से 11 बजकर 2 मिनट के समय को छोड़ दिया जाए तो शेष समय बेहतर चलेगा. इसी के साथ दोपहर 12 बजकर 9 मिनट से 12 बजकर 59 मिनट का कुल जमा 50 मिनट का समय सबसे बेहतर बन रहा है. आप सभी को बता दें कि इस समय आप पूजा कर सकते हैं.