लोकसभा चुनाव के लिए तारीख की घोषणा होते ही भाजपा और कांग्रेस में टिकटों को लेकर घमासान शुरू हो गया है। प्रदेश के कई दिग्गजों ने टिकट के लिए दावेदारी ठोंक दी है। कांग्रेस और भाजपा के कई दिग्गज नेताओं ने लोकसभा चुनाव में टिकट को पाने के लिए जी-जान लगा दी है।
भाजपा से पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर व पूर्व विधायक आरडी प्रजापति खुद के लिए, तो पूर्व वित्त मंत्री राघवजी अपनी बेटी ज्योति शाह के लिए टिकट मांग रहे हैं। वहीं काग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक कर अपने प्रत्याशियों को तय करने में जुटी है। जबकि जिन सीटों पर एक से ज्यादा टिकट के दावेदार हैं वहां शक्ति एप के द्वारा प्रत्याशियों का चयन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री कमलनाथ के पुत्र भी लड़ेंगे लोकसभा चुनाव
हालाकि इस बात की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है फिर भी राजनैतिक हलको में इन सीटों को लगभग तय माना जा रहा है। इसके अलावा मुख्यमंत्री कमलनाथ की परंपरागत सीट छिंदवाड़ा से पुत्र नकुलनाथ के लड़ने की चर्चा भी जोरो पर है। जो अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए चुनाव मैदान में उतरेंगे।
राजगढ़ से चुनाव लड़ेंगे दिग्विजय!
राजगढ़ से पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह, सतना से पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के बेटे अजय सिंह और सागर लोकसभा सीट से प्रभु सिंह का नाम तय माना जा रहा है।
युवा चेहरों को मौका देगी कांग्रेस
पहले चरण में 29 अप्रैल को सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और छिंदवाड़ा सीट के चुनाव होना है। जिसके लिए पार्टी प्रत्याशियों को तय करने में जुटी है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस बार नए और युवा चेहरों को ज्यादा मौका दिया जाएगा।
चुनाव की तारीख तय होते ही भाजपा में टिकट का घमासान
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने भोपाल से चुनाव लड़ने का दावा पेश किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमारे लिए कोई चुनौती नहीं है। भाजपा मप्र में ज्यादा से ज्यादा सीट जीतेगी और नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बनेंगे।
वहीं पूर्व वित्त मंत्री राघवजी अपनी बेटी ज्योति शाह के लिए विदिशा संसदीय सीट से टिकट मांग रहे हैं। यहां से वर्तमान में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सांसद हैं लेकिन, उन्होंने लोकसभा चुनाव न लड़ने की घोषणा की है। जिसके बाद इस सीट को लेकर भी दावेदारी तेज हो गई है।
पूर्व विधायक आरडी प्रजापति ने केंद्रीय राज्यमंत्री वीरेंद्र खटीक के जगह पर खुद के लिए टिकट की दावेदारी पेश की है। उन्होंने मीडिया से हुई बातचीत में यह दावा किया कि इस लोकसभा सीट पर जाति समीकरण हमारे पक्ष में है। यहां प्रजापति समाज के एक लाख 75 हजार जबति खटीक समाज के मात्र दो हजार के आस-पास वोटर हैं।