नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा दिल्ली में ‘मेरा बूथ-मेरा गौरव’ कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना को ‘मसूद अजहर जी’ कहने पर सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना हो रही है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि उन्होंने यह बात जानबूझकर कहीं या तंज कसते हुए। दिल्ली में इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केन्द्र की मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पुलवामा हमले में शामिल जैश-ए-मोहम्मद संठगन के सरगना मौलाना मसूद अजहर को विमान से छोड़ने जाने वालों में वर्तमान में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल थे। उन्होंने कहा कि मसूद को जेल से रिहा करने वाली भारतीय जनता पार्टी की ही सरकार थी। इस दौरान उन्होंने मसूद अजहर का दो से तीन बार नाम लिया और एक बार उसके आगे ‘जी’ आदरसूचक शब्द का प्रयोग किया। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘56 इंच की छाती वाले (प्रधानमंत्री), आपको याद होगा, पिछली सरकार थी, तो एयरक्राफ्ट में मसूद अजहर जी के साथ बैठककर आज के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, कंधार में जाकर हवाले करके आ गए थे।’
इसके बाद ही ट्वीटर और अन्य सोशल मीडिया पर राहुल गांधी की आलोचना शुरू हो गई। ‘राहुल गांधी लव टेररिस्ट’ नाम से एक ट्रैंड चलने लगा। भाजपा ने अपने अधिकारिक ट्विटर अकाउंट से कहा कि देश के 44 वीर जवानों की शहादत के लिए जिम्मेदार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना के लिए राहुल गांधी के मन में सम्मान का भाव है। वहीं भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ‘मोदी के लिए सभी गालियां और मसूद अजहर, ओसामा बिन लादेन, हाफ़िज़ सईद के लिए सभी ‘जी’। कोई आश्चर्य नहीं कि हाफ़िज़ सईद कहते हैं कि कांग्रेस भारत की सबसे अच्छी पार्टी है।’