नई दिल्ली : दिल्ली में लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी प्रचार का शंखनाद करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को बूथ कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा फूंकी। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली और हिन्दुस्तान में सरकार को बदल देंगे, जो बूथ कार्यकर्ताओं के प्रयास से ही संभव होगा। दिल्ली की सातों सीटों पर कांग्रेस को जिताने में बूथ कार्यकर्ताओं को कड़ी मशक्कत करनी होगी। प्रदेश इकाई के बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल ने संकेत दिया कि दिल्ली में कांग्रेस अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। जबकि दिल्ली कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको आम आदमी पार्टी (आप) के साथ राज्य में मिलकर चुनाव लड़ने के पक्ष में हैं। इससे इतर प्रदेश इकाई और उसके नेता नहीं चाहते कि दिल्ली से कांग्रेस को सत्ता से बाहर करने वाली ‘आप’ के साथ कोई गठबंधन हो। राहुल से मुलाकात के बाद प्रदेश इकाई ने इसे स्पष्ट भी कर दिया था। हालांकि इसके बाद भी गठबंधन को लेकर चर्चा बनी रही।
शनिवार को कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित से मुलाकात की थी। आज के राहुल के इस बयान से स्पष्ट होता नजर आ रहा है कि छठे चरण में दिल्ली की सातों सीटों पर 12 मई को होने वाले चुनावों में कांग्रेस अकेले मैदान में उतरेगी। दिल्ली में कांग्रेस के बूथ अध्यक्षों को ‘मेरा बूथ-मेरा गौरव’ कार्यकम में इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने दिल्ली में कोर्ट के आदेश पर दुकानें सील होने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में दुकानें सील होती रहीं लेकिन आम आदमी पार्टी और भाजपा सिर्फ देखती रही। अब भी सीलिंग जारी है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हमें दिल्ली में सभी सातों सीटों पर जीत दर्ज करनी है। बूथ कार्यकर्ताओं के प्रयास से ही यह संभव होगा। हम दिल्ली और हिन्दुस्तान में सरकार को बदल देंगे। हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने संबोधन में ‘आप’ पार्टी और मुख्यमंत्री केजरीवाल के बारे में कुछ नहीं कहा।
जैश सरगना को जेल से रिहा करने वाली भाजपा ही थी : राहुल
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केन्द्र की मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पुलवामा हमले में शामिल आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को विमान से छोड़ने जाने वालों में वर्तमान में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल थे। उन्होंने कहा कि मसूद को जेल से रिहा करने वाली भारतीय जनता पार्टी की ही सरकार थी। राहुल गांधी ने कहा कि देश के दो प्रधानमंत्री शहीद हुए हैं। कांग्रेस पार्टी किसी के सामने नहीं झुकती है और यह सच्चाई पूरा देश जानता है। जबकि मोदी सरकार कमजोर सरकार है। वह एक तरफ देश में चीन के राष्ट्रपति से मुलाकात करते हैं तो दूसरी ओर चीन डोकलाम,भारत पर हमला करता है। उन्होंने कहा कि चीन डोकलाम में सेना भेज सकता है लेकिन भारत कुछ नहीं कर सकता। प्रधानमंत्री केवल चीन जाते हैं और बिना एजेंडे के बात करते हैं। उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री को पहचान गए हैं जब भी कोई उनके सामने खड़ा होता है तो वह पीठ दिखाकर चले जाते हैं।