वेनेजुएला की सरकार को देश में बिजली आपूर्ति ठप हो जाने के कारण विद्युत सेवा बहाल करने के लिए शुक्रवार को खासी मशक्कत करनी पड़ी. बिजली आपूर्ति ठप हो जाने के कारण देश का अधिकांश भाग अंधेरे में डूब गया था. संकटग्रस्त वेनेजुएला में गुरुवार देर रात से बिजली गुल हो गई थी. इससे मादुरो और विपक्ष के नेता जुआन गुइदो के बीच सत्ता संघर्ष को लेकर तनाव और बढ़ गया है. गुइदो को अमेरिका का समर्थन प्राप्त है.
उपराष्ट्रपति डेल्सी रॉड्रिगेज ने ट्वीट किया, ”मादुरो ने देश में बिजली सेवा बहाल करने के प्रयासों के तहत कार्यालयों और स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया.” काराकस के बड़े क्षेत्रों में शुक्रवार दोपहर बाद से बिजली की आपूर्ति धीरे-धीरे बहाल होनी शुरू गई थी. 24 घंटे तक बिजली आपूर्ति ठप रहने के बाद देश के कई हिस्सों में बिजली सेवा फिर से बहाल हो गई.
बता दें इससे पहले गुइदो का समर्थन करने पर वेनेजुएला ने जर्मनी के राजदूत को निष्कासित कर दिया था. और इस बीच, अमेरिका ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को सत्ता से बाहर करने के लिए प्रतिबंध कड़े कर दिए. विदेश मंत्रालय ने बताया कि वेनेजुएला के आंतरिक मामलों में ”हस्तक्षेप” करने के कारण मार्टिन क्रीनर के पास देश से बाहर जाने के लिए 48 घंटे हैं. उन्होंने सोमवार को गुइदो के देश वापस लौटने पर काराकस हवाईअड्डे पर उनका स्वागत किया था.