पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर अब क्रिकेट का मैदान छोड़कर सियासी पारी खेलने को तैयार हैं। उनके करीबी ने अटकलबाजियों पर विराम लगाते हुए शुक्रवार को दैनिक जागरण से कहा कि यह लगभग तय है कि गंभीर नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर ताल ठोकेंगे। गंभीर ने इसके लिए मन बना लिया है और अब आखिरी फैसला भाजपा को करना है।
दिल्ली रणजी टीम के पूर्व कप्तान गंभीर राष्ट्रवाद और सेना के मुद्दे पर काफी संजीदा रहते हैं और इस बार का चुनाव भी राष्ट्रवाद के इर्द-गिर्द ही घूमेगा। 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने दिल्ली की सभी सात सीटों पर जीत दर्ज की थी। भाजपा सूत्रों का कहना है कि पार्टी को लग रहा है कि इस बार उसे राजधानी की कुछ सीटों पर सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में वह जिताऊ उम्मीदवारों पर दांव लगाना चाहती है। इस वक्त नई दिल्ली सीट से सुप्रीम कोर्ट की वकील मीनाक्षी लेखी भाजपा सांसद हैं।
गंभीर के करीबी ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि हम भाजपा के संपर्क में हैं और गंभीर की विचारधारा इस पार्टी से मेल खाती है। भाजपा के शीर्ष नेताओं ने इस बारे में गंभीर से बात की है।
मालूम हो कि जब केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष थे तब गंभीर दिल्ली रणजी टीम के कप्तान थे। दोनों के बीच काफी अच्छे संबंध हैं और जेटली गंभीर को बेहद पसंद करते हैं।
गंभीर के करीबी ने कहा कि गंभीर दिल्ली से ही हैं, इसलिए वह लोकसभा चुनाव यहीं से लड़ने के इच्छुक हैं। दिल्ली में सात सीटें हैं, लेकिन उनमें से नई दिल्ली गंभीर को ज्यादा सूट करती है। हालांकि गंभीर के करीबी ने कहा कि क्रिकेट की पिच से राजनीति के मैदान में उतरना इतना आसान नहीं है। इसको लेकर हम लोग काफी दिनों से मंथन कर रहे हैं। हमने कई बार इसके नफा-नुकसान के बारे में सोचा लेकिन अब हम तैयार हैं।
मालूम हो कि इस समय दिल्ली की चांदनी चौक सीट से केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, उत्तर-पूर्वी दिल्ली से भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी, पूर्वी दिल्ली से महेश गिरी, दक्षिण दिल्ली से रमेश बिधूड़ी, उत्तर-पश्चिम से उदित राज, नई दिल्ली से मीनाक्षी लेखी और पश्चिमी दिल्ली से प्रवेश वर्मा सांसद हैं।