नई दिल्ली : दाखिला दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा करने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। अब एक दंपति ने एक शख्स से उनके बेटे को मास्टर इन सर्जरी (एमएस) में दाखिला दिलाने के नाम पर उनसे करीब 55 लाख रुपये ठग लिए। इस दंपति ने मैनेजमेंट कोटे में दाखिला दिलाने की बात की थी लेकिन तीन साल बीत जाने के बाद भी न तो दाखिला दिलाया और न ही रकम वापस लौटाई तो परेशान होकर पीड़ित ने मंगलवार को इस संबंध में क्राइम ब्रांच में केस दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हरियाणा के सोनीपत जिले के रहने वाले सुभाष चौहान ने क्राइम ब्रांच में दी गई शिकातय में यह बताया कि वह हर मंगलवार को कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर जाया करते हैं। करीब तीन साल वह दर्शन के लिए लाइन में खड़े थे तो उनके पीछे एक शख्स भी दर्शन के लिए खड़ा था। दोनों के बीच बातें होने लगीं तो सुभाष ने बताया कि वह अपने बेटे को एमएस में दाखिला दिलाने के लिए ईश्वर से प्रार्थना करने आते हैं। पीछे खड़े शख्स ने बताया कि देश के कई इंस्टिट्यूट का वह ऑथराइज्ड रिप्रंजटेटिव है।
वह उनके बेटे को दाखिला दिला सकता है। कुछ समय बाद मंदिर में दोनों की फिर मुलाकात हुई और उस शख्स ने कहा कि बगैर प्रॉपर कॉन्टैक्ट, दाखिला मुश्किल है, लेकिन वह करा सकता है।
बात होने के बाद जनवरी 2016 में सुभाष अपने बेटे चेतन चौहान को लेकर राजीव सैनी नाम के इस शख्स के बाराखंभा रोड स्थित ऑफिस गए। आरोप है कि वहां उसने और उसकी पत्नी ने फिर दोहराया कि वे कई इंस्टिट्यूट के ऑथराइज्ड रिप्रजंटेटिव हैं और दाखिला दिला देंगे। उन्होंने दावा किया कि वे कई स्टूडेंट्स को पीजी में दाखिला दिला चुके हैं। कई इंस्टिट्यूट्स के फोटो भी दिखाए। आरोप है कि चेतन ने एमडी (रेडियॉलजी) में दाखिला लेने का इरादा जाहिर किया।
सुभाष के मुताबिक बातचीत होने पर आरोपी ने पांडूचेरी के विनायक मिशन मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने की बात कही, जिसकी फीस 65 लाख रुपये बताई गई लेकिन आरोपित की पत्नी ने छूट का वादा किया और 12 जनवरी 2016 को बताया कि 55 लाख रुपये में बात हो गई है। पीड़ित ने 12 जनवरी 2016 से 25 अप्रैल 2016 के बीच में 30 लाख रुपये कैश आरोपित की पत्नी को दिए, जबकि आरोपी को 20 लाख रुपये चेक से और 5 लाख रुपये आरटीजीएस के जरिए दिए। लेकिन न तो आरोपी दंपती दाखिला दिला सका और न ही पैसे लौटाए तो परेशान होकर पीड़ित ने मंगलवार को इस संबंध में मामला दर्ज कराया।