अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने दोहा में तालिबान के साथ जारी वार्ता को ‘‘अत्यंत जटिल’’ बताते हुए उम्मीद जताई कि अफगानिस्तान के लिए अमेरिका के विशेष दूत जलमय खलीलजाद को उनके प्रयासों में सफलता मिलेगी. अमेरिका के विशेष दूत जलमय खलीलजाद और उनका दल कतर की राजधानी में तालिबान के साथ वार्ता कर रहा है.
किसानों की सभा को संबोधित कर रहे थे पोम्पिओ
पोम्पिओ ने आयोवा में किसानों की सभा में सोमवार को कहा, ‘‘जमीनी स्तर पर मेरा एक दल अफगानिस्तान में तालिबान के आतंकवादियों से बातचीत कर रहा है और एक ऐसा अफगानिस्तान बनाने की कोशिश कर रहा है जहां युद्ध नहीं हो, जहां हिंसा नहीं हो, जो अमेरिका के लिए खतरा पैदा नहीं करे, जो महिलाओं और बच्चों समेत अफगानिस्तान के हर नागरिक के मौलिक अधिकारों का सम्मान करे.’’
भारत, पाकिस्तान, चीन का भी किया जिक्र
उन्होंने कहा, ‘‘यह एक जटिल समस्या है और यदि आप अफगानिस्तान, पाकिस्तान, भारत, चीन, रूस जैसे उन क्षेत्रीय भागीदारों को इसमें शामिल करते हैं, जिनका अफगानिस्तान में हित है तो यह एक अत्यंत जटिल वार्ता है.’’ उन्होंने कहा कि खलीलजाद ऐसी सहमति बनाने की कोशिश कर रहे हैं जिसके आधार पर सब आगे बढ़ सकें, सभी विभिन्न जटिल टुकड़ों को एकसाथ लाकर कोई समझौता कर सकें.
अफगानिस्तान मुद्दा पर समाधान की आवश्यकता
पोम्पिओ ने कहा, ‘‘इस मामले में यदि हम ऐसा कर सकते हैं, यदि हम अफगानिस्तान में कोई समाधान निकाल सकते हैं तो इससे दुनिया का भला होगा. मुझे उम्मीद है कि खलीलजाद इस दिशा में प्रगति करेंगे.’’