चुनावी मौसम में नेतागण अपने विरोधियों को नाकाम और खुद को बेहतर साबित करने के लिए तीखे कटाक्ष करने से बाज नहीं आते। खासकर चुनावी सभाओं में तो विरोधी दल या नेता पर तीखे व्यंग्यबाण खूब चलाए जाते हैं। ऐसी ही एक चुनावी सभा में पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह ने कांग्रेस की भैंस से तुलना कुछ इस अंदाज में की थी कि जनता हंसे बगैर नहीं रह सकी थी।
‘पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. प्रताप सिंह कैरों की गाड़ी से एक भैंस टकराकर मर गई। विधानसभा में इस पर बड़ी चर्चा हुई। सत्तापक्ष वाले भैंस की गलती निकाल रहे थे तो विपक्ष वाले कैरों के कार चालक की।’
‘बहस में हस्तक्षेप करते हुए कैरों ने कहा कि भैंस बीच रास्ते में खड़ी थी। वह सोच रही थी कि मैं दायीं ओर जाऊं या बायीं ओर, किंतु वह कोई निर्णय नहीं ले सकी और कार से टकराकर मर गई।’
यह कहानी सुनाने के बाद वीपी सिंह ने आगे कहा – ‘भाइयो-बहनो, आज कांग्रेस पार्टी की हालत भी उस भैंस सरीखी हो गई है। उसे समझ नहीं आ रहा है कि मंडल व राम मंदिर के प्रश्नों पर वह वाम मार्ग अपनाए या दक्षिणपंथी!’ कांग्रेस की भैंस से यह तुलना सुनकर जनसभा में हंसी का फव्वारा फूट पड़ा।