जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद 7 दिन तक चुप रहने के बाद कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि जब 14 फरवरी को दोपहर में पुलवामा में आतंकी हमले में हमारे 40 जवानों की शहादत हुई तो पूरा देश शोक मना रहा था. उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम तक कॉर्बेट पार्क में एक फिल्म की शूटिंग में व्यस्त थे. क्या दुनिया में ऐसा कोई पीएम है?
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पुलवामा में 3 बजकर 10 मिनट पर हमला हुआ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम 6.10 बजे तक शूटिंग कर रहे थे. जबकि देश हमारे शहीदों के टुकड़े चुन रहा था और पीएम मोदी अपने नाम के नारे लगवा रहे थे. आतंकी हमले में जवानों की शहादत के बाद देश के घरों में चूल्हे बंद थे और पीएम उत्तराखंड के रामनगर के गेस्ट हाउस में चाय नाश्ते का मजा ले रहे थे.
कांग्रेस ने कहा कि शायद ही दुनिया में किसी देश के प्रधानमंत्री ने ऐसा कभी किया हो. इस देश का प्रधानमंत्री पुलवामा हमले के बाद चार घंटे तक वन विहार करता रहे. देश शहीदों के टुकड़े चुन रहा था, तब पीएम नरेंद्र मोदी जलसे कर रहे थे. हमले के बाद 3 घंटे तक शूटिंग कर रहे थे. ऐसे प्रधानमंत्री को क्या कहा जाए, ऐसे पीएम के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं.
सुरजेवाला ने कहा कि हमले के बाद भी प्रधानमंत्री नौका विहार करते रहे. उनकी सभाएं नहीं रुकीं. मंत्रियों ने शहीदों की ताबूत के साथ सेल्फी ली. देश अभी शोक में डूबा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सैर-सपाटे के लिए विदेश दौरे पर चले गए हैं. पालम एयरपोर्ट पर भी शहीदों के ताबूत पीएम नरेंद्र मोदी का इंतजार करते रहे, लेकिन वे वहां लेट से पहुंचे.
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि हम पुलवामा के कायराना हमले पर निर्णायक कार्रवाई की मांग करते हैं. इंदिरा गांधी ने न केवल बांग्लादेश को आजादी दिलवाई बल्कि नियाजी को 91000 पाक सैनिकों के साथ समर्पण करना पड़ा था. पाकिस्तान को इंदिरा गांधी ने धूल चटाने का काम किया था.
सुरजेवाला ने कहा, ‘हमने आतंकी हमले का करारा जवाब देने के लिए सरकार को पूरा समर्थन दिया है, लेकिन मोदीजी राजधर्म भूलकर राज बचाने में लगे हैं. सत्ता की भूख में मोदीजी ने इंसानियत को भुला दिया है.’
कांग्रेस ने कहा कि मोदी और शाह को आतंकी हमले पर राजनीति करने की पुरानी आदत है. अमित शाह जवानों की शहादत पर राजनीति कर रहे हैं. शाह कांग्रेस के खिलाफ भड़काऊ भाषण दे रहे थे. असम की रैली में शाह ने कहा कि शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, क्योंकि कांग्रेस नहीं बीजेपी की सरकार है.
सुरजेवाला ने 26/11 मुंबई हमले के दौरान का नरेंद्र मोदी का वीडियो दिखाया, जिसमें वो कांग्रेस सरकार की आलोचना कर रहे थे. कांग्रेस ने कहा कि जबकि हम सरकार के साथ खड़े थे. संकट की इस घड़ी में देश शहीदों के साथ हैं और आतंकियों के खिलाफ निर्णायक करवाई की मांग कर रहा है, लेकिन मोदी और शाह इस पर राजनीति कर रहे हैं.
कांग्रेस ने कहा कि हमने पहले भी पाक को सबक सिखाया है. 1971 में पाक को करारा जवाब दिया था. इंदिरा गांधी ने शिकस्त दी. जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए सत्ता की लालसा शहीदों के सम्मान से बड़ी है. वो सत्ता की भूख में शहादत को भी भूल गए. उदाहारण के तौर पर कांग्रेस ने बताया कि मोदी ने 26/11 हमले के तुरन्त बाद मुंबई में भाषण दिया था. रक्तरंजित इश्तेहार देकर दो दिन बाद ही वोट बटोरने की कोशिश कर रहे थे. शहादत के अपमान का उदाहरण मोदी ने पेश किया. ऐसा कोई उदाहरण संसार में नहीं है.