चीन ने चीनी शासन के खिलाफ तिब्बत में विद्रोह और क्षेत्रीय राजधानी ल्हासा में हुए सरकार विरोधी दंगों के मार्च में 60 वर्ष पूरे होने के मद्देनजर तिब्बत में विदेशी पर्यटकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. ट्रैवल एजेंसियों ने बुधवार को संपर्क करने पर बताया कि विदेशी पर्यटकों को एक अप्रैल तक तिब्बत में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी. यह स्पष्ट नहीं है कि प्रतिबंध कब आरंभ हुआ था, हालांकि कुछ निगरानी समूहों ने बताया कि यह इसी महीने शुरू हुआ है.
गौरतलब है कि चीनी शासन के खिलाफ 10 मार्च 1956 को हुए तिब्बती विद्रोह के 60 वर्ष पूरे होने वाले हैं जबकि ल्हासा में सरकार विरोधी दंगे 14 मार्च 2008 में हुए थे. हालांकि विदेशी पर्यटकों की यात्रा पर प्रतिबंध हर साल लगता है लेकिन विद्रोह की 60वीं बरसी होने के मद्देनजर प्राधिकारी विशेष सावधानी बरत रहे हैं. तिब्बत में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं और उसे पत्रकारों एवं राजनयिकों के लिए लगभग पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. ऐसे में वहां वास्तविक हालात का पता करना बेहद मुश्किल है.