भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को किडनी में खराबी और श्वसन तंत्र में संक्रमण की शिकायत के बाद सोमवार को एम्स में भर्ती कराया गया है। जांच में उन्हें यूरिन में संक्रमण पाया गया। हालांकि एम्स ने उनकी हालत स्थिर बताई है। 93 साल के अटलजी लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। वे डिमेंशिया (भूलने की बीमारी) से जूझ रहे हैं। वह 2009 से ही व्हीलचेयर पर हैं। अटलजी जीवन भर भारतीय राजनीति में सक्रिय रहे। उनके जीवन से जुड़ा एक किस्सा यहां बता रहे हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी की जीवनी ‘हार नहीं मानूंगा’ में एक किस्सा बताया गया है जिसे पत्रकार विजय त्रिवेदी ने बयान किया है।
एक बार अटलजी को हिमाचल प्रदेश में एक चुनावी सभा को संबोधित करने जाना था तो वे एक छोटे विमान से धर्मशाला जा रहे थे। इस सफर में उनके साथ वरिष्ठ पत्रकार और राज्यसभा सांसद रहे बलबीर पुंज भी थे। इस यात्रा के दौरान अटलजी को नींद आ गई। इसी बीच विमान का सह-पायलट कॉकपिट से बाहर आया और उसने पुंज से पूछा कि क्या वे इससे पहले कभी धर्मशाला आए हैं?
पुंज द्वारा ऐसा पूछने की वजह पूछे जाने पर सह-पायलट ने कहा कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल से हमारा संबंध टूट गया है और हमें धर्मशाला मिल नहीं रहा है। विमान चालकों के पास बहुत पुराना नक्शा था और नीचे जो दिख रहा था, वह उस नक्शे से मेल नहीं खा रहा था। इतने में वाजपेयी की नींद टूटी।
जब पुंज ने उन्हें सारी बात बताई तो अटल जी ने बोले ‘अगर जागते हुए क्रैश होगा तो बहुत तकलीफ होगी इसलिए फिर से सो जाता हूं।’ यह कहकर वे दोबारा सो गए।
बाद में इस विमान का संपर्क इंडियन एयरलाइंस के एक विमान से हुआ और उसकी मदद से उसे धर्मशाला की जगह कुल्लू में सुरक्षित उतार लिया गया।