उत्तराखंड के रुड़की में जहरीली शरीब प्राकरण में अब तक 17 लोगों की मौत हो गई. मामले की जांच के लिए प्रशासन ने मजिस्ट्रेटी जांच बैठाई तो पुलिस ने एसआईटी का गठन किया गया है. उत्तराखंड के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) अशोक कुमार ने बताया कि गुरुवार (07 फरवरी) की शाम झबरेड़ा क्षेत्र में स्थित बालूपुर गांव में एक मृतक की तेरहवीं में अवैध शराब परोसी गई, जिसके बाद शुक्रवार (08 फरवरी) को लोगों की तबीयत खराब हो गई, जिसमें 17 लोगों की मौत हो गई.
घटना के बाद रुड़की तहसील मुख्यालय में डीएम दीपक रावत और एसएसपी जन्मेंजय खंडूरी ने बैठक ली और इस सिलसिले में की जा रही कार्रवाई की जानकारी दी. सीईओ मंगलौर बीएस रावत इस पूरे प्रकरण की जांच करेंगे. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूरी ने बताया कि एसपी देहात नवनीत भुल्लर के नेतृत्व में प्रकरण की विवेचना के लिए एसआईटी का गठन किया गया है.
एसआईटी में सीओ मंगलौर डीएस रावत, नवनियुक्त एसओ कमल मोहन भंडारी और इकबालपुर चौकी प्रभारी अजय जाटव को शामिल किया गया है. 15 दिन में जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है. उन्होंने बताया कि कुछ लोगों के नाम सामने आए है. कुछ को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.
आपको बता दें कि शुक्रवार को झबरेड़ा क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या 8 से 14 हो गई है, जबकि एक दर्जन से ज्यादा लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है. जानकारी के मुताबिक, रुड़की के झबरेड़ा क्षेत्र में एक साथ 14 लोगों की मौत का मामला सामने आया था, जिसके बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया था. मामले को गंभीरता से लेते हुए आबकारी मंत्री प्रकाश पंत ने ने ट्वीट कर मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए. ‘हरिद्वार के ग्राम बालपुर, भलस्वा, खेड़ी गांव के पीड़ित/मृतकों के परिवारों के प्रति पूर्ण सहानुभूति है. विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के दृष्टिगत संबंधित क्षेत्र के आबकारी निरीक्षक व सिपाहियों को तत्काल निलंबित करने तथा इस दुःखद घटना की मजिस्ट्रियल जांच करने के आदेश दे रहा हूं.”