पोप फ्रांसिस ने मंगलवार को स्वीकार कि कैथोलिक चर्च में पादरियों और बिशप ने ननों का यौन उत्पीड़न किया है. पोप फ्रांसिस ने ननों के यौन उत्पीड़न के बारे में एक पत्रकार के सवाल पूछने पर कहा, ‘‘ कुछ ऐसे पादरी और बिशप हैं, जिन्होंने ऐसा किया है.’
उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात से लौटते समय हवाई यात्रा के दौरान यह कहा. दरअसल, हाल ही में वेटिकन सिटी की महिलाओं पर केंद्रित एक पत्रिका में पादरियों द्वारा ननों के उत्पीड़न की बात सामने आई है. इसमें कहा गया था कि ननों का गर्भपात कराया गया है या उन्हें अपने बच्चों की परवरिश उन्हें पिता के बगैर ही करनी पड़ रही है.
पहले भी लिया था संकल्प
पोप फ्रांसिस ने संकल्प लिया था कि कैथोलिक चर्च अब आगे से उत्पीड़न के आरोपों को हमेशा ‘‘गंभीरता और तत्परता’’ से लेगा. उन्होंने उत्पीड़न करने वालों से खुद को पुलिस के हवाले करने को कहा. पोप ने वेटिकन में चर्च के प्रमुख संचालन समूह से सलाना संबोधन में कहा,‘चर्च कभी चुप्पी साधने का प्रयास नहीं करेगा और हर मामले को गंभीरता से लेगा.’ उन्होंने कहा,‘यह स्पष्ट होना चाहिए कि इन आरोपों के संबंध में, चर्च इन अपराधों को अंजाम देने वालों को सजा देने के लिए जरूरी हरसंभव प्रयास करेगा.’
बाल यौन उत्पीड़न मामलों के कारण दुनिया भर में करीब सवा अरब अनुयायियों वाला रोमन कैथोलिक चर्च विवादों में है. पोप ने बुधवार को ही एक नाबालिग के ‘उत्पीड़न’ को लेकर एक अमेरिकी बिशप का इस्तीफा स्वीकार किया था.
‘यह अब फिर से कभी नहीं होगा’
पोप ने कहा कि इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि अतीत में कुछ लोग गैरजिम्मेदारी, अविश्वास, प्रशिक्षण की कमी, अनुभवहीनता के कारण कई मामलों से गंभीरता और तत्परता से नहीं निपटे.