कांग्रेस की जनाकांक्षा रैली से राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की कुछ आकांक्षा तो जरूर पूरी हुई होगी लेकिन इस रैली में कई कांग्रेसियों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ गया. रैली में शामिल होने आए कई कांग्रेसियों के कई मोबाइल चोरी हो गए तो कुछ ने अपनी घड़ी और पर्स गंवा दिए.
दरअसल रैली को लेकर पटना के गांधी मैदान में खास व्यवस्था की गई थी. पब्लिक, मीडिया और कुछ खास मेहमानों के लिए वीआईपी पास का इंतजाम किया गया था. सुबह से सब कुछ व्यवस्थित चल रहा था, लेकिन जैसे ही राहुल गांधी का भाषण शुरू हुआ वैसे ही जनता सारी गैलरी को तोड़ते हुए वीआईपी गैलरी में घुस गई.
इसी दौरान कई लोगों के मोबाइल से लेकर जेब तक साफ हो गए. भीड़ का शिकार पार्टी के प्रवक्ता राजेश राठौड़ भी हुए. उनका मोबाइल भी चोरी हो गया. हालांकि इस चोरी को रैली से जोड़कर न देखा जाए, इसके लिए राठौड़ ने एफआईआर नजदीकी गांधी मैदान थाने में करने की बजाय सुदूर के बुद्धा कॉलोनी थाने में कराई. चोरी से जुड़े मामले में जब हमने कांग्रेस प्रवक्ता से बात की तो उन्होंने मोबाइल चोरी की बात तो स्वीकार की लेकिन घटनास्थल के बारे में सटीक जानकारी नहीं दी.
कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को झटका सिर्फ गांधी मैदान में ही नहीं लगा. पार्टी के कई वास्तविक कार्यक्रताओं को झटका सदाकत आश्रम में भी लगा जब उन्हें उनके लिए जारी किए गए विशेष पास से वंचित कर दिया गया.
रैली में शामिल होने के लिए कुछ पुराने कार्यकर्ताओं को वीआईपी पास पार्टी की ओर से उपलब्ध कराए गए थे, लेकिन ये पास उनको नहीं मिल पाए. रैली से एक दिन पहले 2 फरवरी की रात साढ़े 11 बजे पास को लेकर सदाकत आश्रम में नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच जमकर बहस और धक्का-मुक्की भी हुई, लेकिन असली कार्यकर्ता इस धक्का-मुक्की के बाद भी पास हासिल करने में सफल नहीं हो सके.