नई दिल्ली : भारत और यूरोपीय देश पोलैंड अब कोयला क्षेत्र में मिलकर काम करेंगे। सोमवार को भारत के कोयला मंत्रालय ने पोलैंड गणराज्य के ऊर्जा मंत्रालय के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए। जिसका उद्देश्य कोयला क्षेत्र में व्यापार और निवेश को बढ़ाने, कोयले से जुड़े ऊर्जा संबंधी मुद्दों खासतौर से स्वच्छ कोयला प्रौद्योगिकियों की समझ बढ़ाने और नीतियों, कार्यक्रमों तथा प्रौद्योगिकी के बारे में सूचना के आदान-प्रदान को बढ़ावा देना, जिसमें विशेष जोर कोयला अन्वेषण और दोहन, अनुसंधान और विकास, तकनीकी सहयोग और क्षमता निर्माण पर होगा।
समझौते के बाद कोयला मंत्रालय प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए कहा कि एमओयू पर कोयला और खान राज्य मंत्री हर्थीभाई चौधरी और पोलैंड गणराज्य के ऊर्जा मंत्री ग्रेज़गोर्ज तोबीसजोवस्की ने हस्ताक्षर किए। इस एमओयू का उद्देश्य पहले से स्थापित संयुक्त कोयला कार्य समूह के साथ-साथ अनुसंधान संस्थानों और दोनों देशों के बीच निम्नलिखित क्षेत्रों को शामिल कर अध्ययन के जरिए कोयला खनन और स्वच्छ कोयला टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में संबंधों को बढ़ाना है। साथ ही एमओयू के अंतर्गत लागू क्रियाकलापों की समीक्षा, भागीदारों द्वारा सहमति वाले आपसी सहयोग के अन्य क्षेत्रों की पहचान आदि पर भी काम होगा।