समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. लखनऊ में आजम खान के खिलाफ शुक्रवार (01 फरवरी) को हजरतगंज कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है. उन पर शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे जवाद के खिलाफ असामाजिक वक्तव्य देने और उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने के साथ आरएसएस को बदनाम करने का आरोप है. अल्लामा जमीर नकवी ने आजम खान के खिलाफ केस दर्ज कराया है.
मामले की जानकारी देते हुए प्रभारी निरीक्षक राधारमण सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर आईपीसी की धारा 500 और 505 के तहत केस दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि मामला चार साल पहले सपा सरकार के कार्यकाल का है. अल्लामा जमीर का आरोप है कि आजम खां ने सरकारी पैड पर चार अगस्त 2014 से 12 अगस्त 2014 तक मौलाना जवात पर गलत आरोप लगाकर लेटर जारी किए साथ ही आरएसएस को बदनाम किया था.
शिकायतकर्ता ने आरोप लगा कि ये खबरें न्यूज चैनलों और अखबारों में भी प्रकाशित हुईं थी. हालांकि, आज तक आजम खां किसी भी आरोप का सबूत नहीं दे सके हैं. पुलिस को दी तहरीर में एसपी के एक वरिष्ठ नेता पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया गया है, हालांकि पुलिस ने उनको नामजद नहीं किया है.
आपको बता दें कि नए साल के शुरूआत में ही आजम खान और उनके बेटे और स्वार सीट से सपा विधायक अब्दुल्ला आजम के खिलाफ दो जन्म प्रमाण पत्र रखने के मामले में उनपर मुकदमा दर्ज किया गया है. यूपी पुलिस ने इस मामले में आजम की पत्नी और राज्यसभा सांसद तजीन खान पर भी मामला दर्ज किया गया है. दरअसल, उन पर बीते विधानसभा चुनाव में उम्र छिपाने के लिए दो पैन कार्ड बनवाने और चुनाव आयोग के साथ-साथ आयकर विभाग से धोखाधड़ी करने का आरोप लगा था. यह आरोप इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष और टांडा के पूर्व विधायक शिव बहादुर सक्सेना के बेटे आकाश कुमार सक्सेना ने लगाए थे.