केंद्रीय वित्तमंत्री पीयूष गोयल ने बजट 2019 (Budget 2019) भाषण में असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए बड़ा ऐलान किया. वित्तमंत्री ने श्रमयोगी मानवधन योजना शुरू करने की घोषणा की. प्रधानमंत्री श्रम योगी मानवधन योजना के तहत 60 साल पूरे होने पर 3000 हजार रुपए प्रति महीने पेंशन मिलेगी. इस योजना का लाभ रिक्शा चालक, रेहड़ी पटरी पर अपना रोजगार चलाने वाले लोगों को मिलेगा. वित्त मंत्री ने कहा कि छोटे-मोटे रोजगार करके परिवार का पालन करने वाले लोगों को बुढ़ापे में काफी दिक्कत होती है. उनका ना तो पीएफ होता है और ना ही उन्हें पेंशन मिलती है. ऐसे लोगों का ख्याल रखते हुए सरकार ने श्रमयोगी मानवधन योजना की शुरुआत की है.
श्रमयोगी मानवधन योजना के तहत 15 हजार रुपये तक कमाने वाले 10 करोड़ श्रमिकों को लाभ मिलेगा. योजना के लिए हर महीने 55 रुपये देने होंगे. योजना का फायदा रिक्शे वाले और कचरे बीनने वाले को भी मिलेगा. पेंशन योजना के लिए शुरुआत में 500 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया. पेंशन योजना का फायदा 10 करोड़ लोगों को मिलेगा. पेंशन योजना की शुरुआत इसी वर्ष से की जाएगी. प्रधानमंत्री श्रम धन मानव धन योजाना के तहत 29 साल की उम्र में कामगार को 60 साल तक 100 रुपये देने होंगे.
इसके अलावा वित्तमंत्री ने श्रमिकों का बोनस बढ़ाकर 7 हजार रुपये कर दिया है. 21 हजार रुपये तक के वेतन वालों को बोनस मिलेगा. श्रमिक की मौत पर अब 2.5 लाख रुपये की बजाय 6 लाख रुपये मुआवाजा मिलेगा.
छोटे किसानों को 6 हजार रुपए सालाना देगी सरकार
केंद्र सरकार किसान सम्मान निधि योजना (Kisan samman nidhi) की शुरुआत कर रही है. इसमें छोटे और सीमांत किसानों को 6 हजार रुपए सालाना सरकार देगी. इस योजना से 12 करोड़ किसानों को लाभ होगा. एक दिसंबर 2018 से लागू होगी.
ग्रेच्युटी की सीमा 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख रुपए की गई है. हर श्रमिक के लिए न्यूनतम पेंशन अब एक हजार रुपए हो चुकी है. योजना में हर महीने 55 रुपए देने होंगे. रिक्शा और कचरा बीनने वालों को भी इस स्कीम से फायदा होगा. 60 साल पूरे होने के बाद हर महीने 3000 रुपए मिलेंगे. ये पेंशन योजना इसी वित्तीय वर्ष में शुरू होगी.