पूर्व क्रिकेटर और अभिनेता श्रीसंत के करियर का ग्राफ उतार-चढ़ाव से भरा हुआ है। दो वर्ल्ड कप खेलने के बाद कंट्रोवर्सी से उबरकर श्रीसंत अब एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में लोगों को एंटरटेन कर रहे हैं। श्रीसंत का कहना है कि हार या जीत से ज्यादा अनुभव मायने रखता है। लाइट्स कैमरा एक्शन शो में जागरण डॉट कॉम के एंटरटेनमेंट एडिटर पराग छापकेर से विशेष बातचीत में श्रीसंत ने अपनी जिंदगी से जुड़े कई राज खोले। बातचीत पढ़ने के साथ पूरा इंटरव्यू नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके देख सकते हैं –
बिग बॉस में जाने के निर्णय को लेकर श्रीसंत कहते हैं कि, मेरी लाइफ की सिच्वेशन इस प्रकार हो गई थी कि मैं सच्चाई को सबके सामने रखना चाहता था। लोग मुझ पर शक कर रहे थे और कही न कही मिस अंडरस्टेंडिंग हो रही थी। बिग बॉस में जाने का यह सबसे बड़ा कारण था। क्योंकि यहां पर एक्ट नहीं करना था सिर्फ आप जो हैं वो सबके सामने दर्शाना था। यह कोई इमेज बिल्डिंग एक्सरसाइज नहीं थी। बिग बॉस में वैसे बहुत कुछ और अच्छा किया है मैंने लेकिन वह दिखाया नहीं गया है। यह निर्णय खैर प्रोड्यूसर्स का होता है कि क्या दिखाया जाए और क्या नहीं। साथ ही यह भी कहना चाहूंगा कि बिग बॉस में मैं पैसे कमाने भी गया था।
श्रीसंत ने बताया कि जब वे बुरे वक्त से गुजर रहे थे तब उनके परिजनों के खूब साथ दिया इसमें सबसे ज्यादा साथ उनकी पत्नी ने दिया जो हर कदम पर उनके साथ चली। क्योंकि स्थित इस प्रकार हो गई थी कि दो वर्ल्ड कप खेलने के बाद भी मुझे लोन नहीं मिल रहा था। 2013 से 2015 का समय मुश्किलों भरा था। और मैं चाहता हूं कि ऐसा समय मेरे दुश्मनों का भी कभी न आए।
श्रीसंत ने आगे बताया कि, क्रिकेट में जब सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था तब फिल्म ऑफर हुई। उस समय पिताजी ने ही मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया था। छोटी छोटी चीजों की वेल्यू की। और अब लगता है कि फिर से गाड़ी ट्रैक पर है। श्रीसंत आगे कहते हैं कि, एक्टिंग की कई वर्कशॉप की हैं और लगातार वे उसमें निखार लाने की कोशिश कर रहे हैं। क्योंकि हर समय खुद को इवॉल्व करना बहुत जरूरी है।