पहली बार हवाई यात्रा पर जाने वाले मुसाफिरों के मन में एयरपोर्ट की प्रक्रियाओं को लेकर एक हिचक होती है. आपको एयरपोर्ट पर टर्मिनल गेट में प्रवेश करने से लेकर विमान में दाखिल होने तक की सभी प्रक्रियाओं के बाबत अवगत करा रहा है.
उल्लेखनीय है कि घरेलू यात्रा पर जाने वाले मुसाफिरों को टर्मिनल गेट से विमान में प्रवेश करने तक कुल चार प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है. वहीं अंतरराष्ट्रीय हवाई सफर पर जाने वाले मुसाफिरों को छह प्रक्रियाओं को पूरा करना होता है. आइए अब आपको एयरपोर्ट की सभी प्रक्रियाओं के बाबत सिलसिलेवार तरीके से बताते हैं.
फ्लाइट के निर्धारित समय से कितने मिनट पहले पहुंचे एयरपोर्ट
घरेलू हवाई यात्रा पर जाने वाले मुसाफिरों को फ्लाइट के निर्धारित समय से कम से कम एक घंटा पहले एयरपोर्ट पहुंचा चाहिए. वहीं अंतरराष्ट्रीय उड़ान पर जाने वाले मुसाफिरों को कम से कम फ्लाइट के निर्धारित समय से 3 घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचना चाहिए.
एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग के सभी गेट पर सीआईएसएफ या दूसरी सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी तैनात रहते हैं. ये अधिकारी आपके एयर टिकट और पहचान पत्र की जांच करते हैं. घरेलू उड़ान पर जाने वाले मुसाफिर अपना पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड और आधार कार्ड को पहचान पत्र के रूप में दिखा सकते हैं. विदेश यात्रा पर जाने वाले मुसाफिरों के लिए पासपोर्ट अनिवार्य है. वहीं पहचान-पत्र के रूप में एम-आधार कार्ड भी मान्य है. पहचान पत्र की फोटोकॉपी मान्य नहीं होती है. इसके अलावा, टर्मिनल गेट पर एयर टिकट के प्रिंट आउट के साथ ई-टिकट भी मान्य है.
12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का पहचान पत्र
ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी के नियमों के अनुसार, 12 वर्ष से कम उम्र के ऐसे बच्चों के लिए पहचान-पत्र अनिवार्य नहीं है जो अपने माता-पिता के साथ हवाई सफर कर रहे हैं. यदि 12 वर्ष से कम उम्र का बच्चा अकेले हवाई सफर कर रहा है, ऐसी स्थिति में उसका पहचान-पत्र अनिवार्य होगा.
दूसरा चरण: बोर्डिग-पास और बैगेज चेक-इन
टर्मिनल बिल्डिंग में प्रवेश करने के बाद आपको संबंधित एयरलाइंस के काउंटर पर जाना होगा. जहां एयरलाइंस प्रतिनिधि आपके एयर टिकट का मिलान अपने डाटा से करेगा. मिलान होने के बाद वह आपको आपका बोर्डिंग पास जारी कर देगा. इसके अलावा, इसी काउंटर पर आपको अपना 8 किलो से अधिक भार वाला सामान एयरलाइंस के सुपुर्द करना होगा. उल्लेखनीय है कि सभी एयरलाइंस ने सामान का अधिकतम भार तय कर रहा है. अधिकतम भार होने पर आपको अतिरिक्त शुल्क एयरलाइंस को भुगतान करना होगा.
यदि आपके पास चेक-इन बैगेज नहीं है तब
यदि आपके पास सिर्फ आठ किलो भार वाला एक छोटा बैग है तो आपको चेक-इन काउंटर पर जाने की जरूरत नहीं है. आप टर्मिनल में लगे चेक-इन कियोस्क से अपना बोर्डिग पास स्वत: हासिल कर सकते हैं. इसके अलावा, आप अपने घर पर मोबाइल या लैटपाट के जरिए वेब चेकइन करके अपना ई-बोर्डिंग पास हासिल कर सकते हैं. ऐसा करने पर आपको एयरलाइंस काउंटर पर लगने वाली कतारों में नहीं जूझना पड़ेगा.
30 मिनट पहले बंद हो जाते हैं चेक-इन काउंटर
यदि आपने वेब चेक-इन नहीं कराया है तो आपको हर हाल में फ्लाइट के निर्धारित समय से 30 मिनट पहले एयरपोर्ट पहुंचना होगा. 30 मिनट से एक सेकेंड की भी देर होने पर चेक-इन सिस्टम स्वत: बंद हो जाएगा और आप अपनी यात्रा पर नहीं जा सकेंगे. इसी तरह, विदेश जाने वाली फ्लाइट का चेक-इन सिस्टम 45 मिनट पहले बंद हो जाता है.