केन्द्रीय मंत्री ने कहा, 2019 में होने वाली हार का बहाना ढूढ़ रही कांग्रेस
नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के हैक के दावे को कांग्रेस की ‘खुराफात’ बताते हुए मंगलवार को कहा कि पार्टी 2019 में होने वाली संभावित हार के ‘बहाने’ ढूंढ रही है। भाजपा नेता एवं केन्द्रीय आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर कार्यक्रम के प्रायोजक आशीष रे, कपिल सिब्बल की उपस्थिति और हैकिंग दिखाने वाले सयैद सुजा के आईटी विशेषज्ञ होने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि यह देश को बदनाम करने की विदेश में रची गई साजिश थी। कांग्रेस प्रायोजित कार्यक्रम में ‘न गवाही, न सबूत और देश पर ईवीएम हैकिंग से जुड़ा बड़ा आरोप’ लगा दिया गया।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि ईवीएम हैकिंग से जुड़ा कार्यक्रम कांग्रेस की ओर से प्रायोजित था। इसे आयोजित करने वाली इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष आशीष रे नेशनल हेराल्ड अखबार में लेख लिखते हैं। वह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का गुणगान करते हैं। वह ऐसे पत्रकार हैं जिसके बारे में किसी ने नहीं सुना। प्रसाद ने कहा कि ईवीएम हैक करने वाले ‘सयैद सुजा’ कहां से प्रगट हो गए, किसी को नहीं पता। वह खुद को आईटी विशेषज्ञ बताते हैं। देश का आईटी मंत्री होने के नाते वह देश-विदेश के कई आईटी विशेषज्ञों से मिलते और उनके बारे में जानते हैं। उन्होंने कभी सयैद सुजा के बारे में नहीं सुना। भाजपा नेता ने कार्यक्रम में कपिल सिब्बल की मौजूदगी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि वह किसके बुलावे पर वहां गए थे। भाजपा का आरोप है कि वह कांग्रेस की तरफ से मॉनिटरिंग करने गए थे। प्रसाद ने भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे की हत्या की साजिश रचने के आरोप को भी पूरी तरह से बकवास बताया।
भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस और अन्य पार्टियां जीतें तो ईवीएम को ठीक बताया जाता है| लेकिन भाजपा के जीतने पर ईवीएम हैकिंग के आरोप लगाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रेसवार्ता में भी मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की जीत में ईवीएम में कोई गड़बड़ी नहीं होने की बात कही गई थी। 2014 में मिली जीत को ईवीएम हैकिंग बताना देश के जनमत और 90 करोड़ मतदाताओं का अपमान है। 2014 में कांग्रेस सत्ता में थी और उस समय भाजपा कैसे हैकिंग कर सकती है। प्रसाद ने कहा कि दुनिया भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था और चुनाव आयोग से काफी कुछ सीख रही है। सालों तक सत्ता में रहने वाली कांग्रेस पार्टी चुनाव आयोग पर शर्मनाक आरोप लगा रही है। आयोग ने 2017 में ईवीएम हैक किए जाने की चुनौती भी दी थी तब कोई सामने नहीं आया। अब चुनाव नजदीक आने पर ईवीएम हैकिंग की बात कही जा रही है।