मोदी ने बनारस में किया 15वें प्रवासी भारतीय दिवस का उद्घाटन
वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि नया भारत आज दुनिया की अगुवाई करने की स्थिति में है। दुनियाभर में फैले प्रवासी भारतीय देश की इस विकास यात्रा में भागीदार बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत को दुनिया में आज वह मुकाम हासिल हो गया है जिसका वह हकदार है। दुनिया हमारी बात को और हमारे सुझावों को पूरी गंभीरता से सुन भी रही है और समझ भी रही है। प्रधानमंत्री ने 15वें प्रवासी भारतीय दिवस समारोह का उद्घाटन करते हुए कहा कि प्रवासी भारतीय अपने-अपने देश में भारत के ब्रांड एंबेसडर (राजदूत) हैं। वह भारत की क्षमता, सामर्थ्य और विशेषता का प्रतिबिंब और प्रतिनिधि हैं। प्रवासी भारतीयों ने दुनिया में भारत के शाश्वत संदेश ‘वसुधैव कुटुंबकम’ और भारत के पारिवारिक मूल्यों का प्रचार-प्रसार किया है।
मोदी ने इस वर्ष के प्रवासी भारतीय दिवस के मुख्य अतिथि प्रविन्द्र जगन्नाथ का और उनके पिता अनिरूद्ध जगन्नाथ के भारत प्रेम और उनकी काशी यात्रा का भी उल्लेख किया। काशी के सांसद के रूप में स्वयं को मेजबान बताते हुए मोदी ने कहा कि प्रवासी भारतीयों को काशी में आकर अपने पूर्वजों की धरती की महक पाने का अवसर मिला है। प्रवासी भारतीयों और काशी में वह समानता देखते हैं। काशी चिरकाल से देश की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और ज्ञान परंपरा का परिचय दुनिया को कराती रही है। इसी तरह प्रवासी भारतीय अपने दिलों और जीवन शैली के जरिए भारतीयता के संदेश और भावना से दुनिया को परिचित करा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने विकास योजनाओं की राशि हथियाने वाले करीब-करीब सात करोड़ लोगों की पहचान की। यह संख्या ब्रिटेन, फ्रांस और इटली की आबादी जितनी है। इन फर्जी लोगों का अस्तित्व केवल कागजों पर था और वह कागजों पर ही सुविधाओं का लाभ उठा रहे थे। सरकार ने एक रुपये में से 85 पैसे की लूट को पूरी तरह समाप्त कर दिया है।
प्रवासी भारतीयों के कल्याण की विभिन्न योजनाओं का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार की यह कामना है कि वह जहां रहें सुरक्षित रहें। दुनिया के किसी भी देश में प्रवासी भारतीयों को संकट की स्थिति से बचाने के लिए भारत सरकार पूरा प्रयास करती है। पिछले साल चार वर्ष के दौरान संकट में फंसे दो लाख से ज्यादा भारतीयों को सरकारी प्रयासों से सुरक्षित लाया गया। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीयों के आवागमन को सुगम बनाने के लिए पासपोर्ट और वीजा नियमों को सरल बनाया गया है। ई-वीजा के जरिए समय की बचत हुई है और परेशानी कम हुई है। प्रधानमंत्री ने देश में चल रहे आर्थिक गतिविधियों में भागीदार बनने के लिए प्रवासी भारतीयों का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीय अनुसंधान विकास और अंवेषण में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। सरकार की कोशिश है कि भारत के स्टार्टअप प्रोजेक्ट और उनके एनआरआई मेंटर को एक मंच पर लाया जाए। उन्होंने उद्यमियों से आग्रह किया कि वह भारत के रक्षा उत्पाद क्षेत्र से भी स्वयं को जोड़ें।